पश्चिम बंगालः ममता और भाजपा में तनातनी जारी, अमित शाह को नहीं मिली रैली की इजाजत
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार और भारतीय जनता पार्टी के बीच तल्खी कम होने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामले में ममता सरकार ने पश्चिम बंगाल के जाधवपुर में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का हेलिकॉप्टर उतारने की इजाजत नहीं दी है। साथ ही अमित शाह को जाधवपुर में रोड शो करना था, जिसकी अनुमति नहीं दी गई है। इस वाकये के बाद दोनों पक्षों में तनातनी बढ़ने के आसार हैं।
अमित शाह के हेलिकॉप्टर को उतरने की इजाजत नहीं
पहले भी नहीं उतरने दिया गया अमित शाह का हेलिकॉप्टर
जनवरी में भी पश्चिम बंगाल में अमित शाह के हेलिकॉप्टर की लैंडिंग की इजाजत नहीं दी गई थी। बंगाल की राजनीतिक यात्रा पर गए शाह को झारग्राम में रैली करनी थी, लेकिन जिलाधिकारी ने उनके हेलीकॉप्टर को उतरने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद बंगाल की राजनीति में तेजी से अपनी जगह बना रही भाजपा को अपनी रैली रद्द करनी पड़ी थी। इससे पहले मालदा में भी शाह के हेलीकॉप्टर को उतरने की इजाजत नहीं मिली थी।
ममता बनर्जी को 'स्पीड ब्रेकर दीदी' बुलाते हैं मोदी
भाजपा इन चुनावों में पश्चिम बंगाल में अपने पैर पसारने की तैयारी में है। इसे लेकर भाजपा ने ममता बनर्जी के खिलाफ आक्रामक चुनावी प्रचार चलाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अकसर अपने भाषणों में ममता को 'स्पीड ब्रेकर दीदी' के नाम से संबोधित करते हैं। मोदी ने कहा कि बनर्जी ने मां, माटी और मानुष के नाम पर लोगों को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद बनर्जी के कारनामे देखकर उनका माथा शर्म से झुक गया।
मोदी ने ममता के 'थप्पड़' को बताया आशीर्वाद
ममता ने रैली में कहा था कि जब मोदी पश्चिम बंगाल आकर गलत-गलत बयान देते हैं, तब वह उन्हें 'लोकतंत्र का थप्पड़' लगाना चाहती हैं। मोदी ने पुरुलिया की रैली में इसका जवाब देते हुए कहा, "मुझे बताया गया है कि यहां दीदी ने कहा है कि वो मोदी को थप्पड़ मारना चाहती हैं। दीदी, ओ ममता दीदी, मैं तो आपको दीदी कहता हूं, आपका आदर करता हूं। आपका थप्पड़ भी मेरे लिए आशीर्वाद बन जाएगा। वो भी खा लूंगा।"
ममता ने मोदी पर लगाया था कालेधन से वोट खरीदने का आरोप
अप्रैल में एक रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नोटबंदी के दौरान काले से सफेद किए गए पैसों से वोट खरीदने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि मोदी इस पैसे का इस्तेमाल वोट खरीदने के लिए कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने मोदी को कहा कि वह कभी भी पश्चिम बंगाल के मतदाताओं को खरीदने में कामयाब नहीं रहेंगे। उन्होंने इस दौरान कहा कि मोदी का चुनाव के बाद गद्दी से उतरना तय है।
बेहद महत्वपूर्ण बन गया है पश्चिम बंगाल
भाजपा और TMC के इस तीखे टकराव का कारण इस लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल का बेहद महत्वपूर्ण राज्य बन कर उभरना है। उत्तर भारत में सीटों के नुकसान की संभावना को देखते हुए भाजपा यहां ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतना चाहती है और उसका लक्ष्य राज्य की 42 में से 20 सीट जीतने पर है। वहीं, ममता भी राज्य में बेहद शानदार प्रदर्शन करना चाहती है, ताकि गठबंधन की सरकार बनने पर वह प्रधानमंत्री पद पर दावा कर सकें।