क्या आतंकवादियों को मारने से पहले जवानों को चुनाव आयोग की इजाजत लेनी होगी- प्रधानमंत्री मोदी
रविवार को लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या अब जवानों को आतंकवादियों पर गोली चलाने से पहले चुनाव आयोग से इजाजत लेनी होगी। वह आज सुबह कश्मीर के शोपियां में हुई मुठभेड़ की बात कर रहे थे, जिसमें 2 आतंकवादियों को मार गिराया गया। उन्होंने कश्मीर में हर दूसरे दिन 'सफाई अभियान' चलाने की बात भी कही।
विपक्ष से पूछा, ये क्या खेल लगा रखा है?
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा, "कुछ लोग चिंतित हैं कि मोदी ने आतंकवादियों को तब क्यों मारा, जब देश के कई इलाकों में मतदान (छठे चरण) जारी है? जब एक आतंकवादी हमला हथियार लेकर हमला कर रहा है तो क्या जवान चुनाव अधिकारियों के पास जाएगा और उन्हें मारने के लिए उनकी इजाजत मांगेगा। विपक्ष, ये क्या खेल बना रखा है?"
विरोधियों पर लगाया मुठभेड़ के समय पर सवाल उठाने का आरोप
मोदी ने रैली में कश्मीर में अपनी सरकार के काम पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा, "जब से हमारी सरकार का चुनाव हुआ है, कश्मीर में हर दूसरे दिन 'सफाई अभियान' चलता है। यह मेरे काम का हिस्सा है।" इस बीच उन्होंने कहा कि यह देखना आश्चर्यजनक था कि विपक्षी पार्टियां कह रही थीं कि इधर चुनाव हो रहा है और उधर सुरक्षा बल आतंकवादियों पर गोली चला रहे हैं।
मोदी का विपक्ष पर आरोप झूठा
मोदी का विपक्षी पार्टियों पर शोपियां में हुई मुठभेड़ के समय पर सवाल उठाने का आरोप गलत है। किसी भी विपक्षी पार्टी ने मुठभेड़ का लेकर कुछ नहीं कहा है। वह पहले भी विपक्ष पर सेना को लेकर ऐसे गैर-सत्यापित आरोप लगा चुके हैं।
गठबंधन और विपक्ष पर भी साधा निशाना
मोदी ने अपनी इस रैली के दौरान सपा-बसपा के गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मायावती और अखिलेश यादव मिलाकर जितनी बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे हैं, वह अकेले उससे ज्यादा बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे हैं और इस बीच उन पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं लगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियों को मुंह की खानी पड़ेगी क्योंकि लोग एक प्रभावशाली और ईमानदार सरकार चुनने के लिए मतदान कर रहे हैं।