वीगन डाइट में शामिल करें ये चीजें, बढ़ेगी रोग प्रतिरोधक क्षमता
वीगन एक ऐसी डाइट है जो पूरी तरह से पत्तेदार चीजों पर आधारित होती है और इसमें जानवर या जानवरों से उत्पादित खाद्य पदार्थों को शामिल नहीं किया जाता है। वीगन डाइट फॉलो करने वाले लोगों को अक्सर लगता है कि उनके पास रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाली चीजों के विकल्प नहीं है। हालांकि ये बात सच नहीं है। चलिए फिर ऐसी ही चीजों के बारे में जानते हैं जिन्हें आप अपनी वीगन डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
हल्दी
हल्दी एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल जैसे कई गुणों से संपूर्ण मानी जाती है। यह शरीर के जहरीले तत्वों को बाहर निकालने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करने में भी मदद करती है। अगर आप वीगन डाइट पर हैं तो बादाम या सोया दूध में हल्दी मिलाकर पी सकते हैं। इसके अलावा किसी अन्य तरीके से भी आप हल्दी को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
अदरक
वीगन डाइट वाले लोग अदरक का सेवन करके भी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं क्योंकि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लामेट्री गुण के साथ-साथ इम्यूनोन्यूट्रीशन गुण भी मौजूद होता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है। आप चाहें तो अदरक को छीलकर खा सकते हैं या फिर अदरक के किसी पेय पदार्थ और खाद्य पदार्थ का भी सेवन कर सकते हैं।
काली मिर्च
काली मिर्च न केवल खाने का जायका बढ़ाती है, बल्कि इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूती मिलती है। इसमें एंटी-इन्फ्लैमटरी इफेक्ट के साथ-साथ एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट भी पाया जाता है। अगर वीगन डाइट वाले हल्दी के साथ काली मिर्च को मिलाकर खाएं तो इससे उन्हें अतिरिक्त लाभ मिल सकता है। इसके अलावा आप इसे काढ़े के रूप में भी ले सकते हैं या फिर इसे अपनी सब्जी का भी हिस्सा बना सकते हैं।
लहसुन
लहसुन में बहुत गुणकारी एंटी-माइक्रोबायल एजेंट पाए जाते हैं और यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। वीगन डाइट का सेवन करने वाले लोग लहसुन को छोटे टुकड़ों में काटकर या उसे बारीक कद्दूकस करके कच्चा चबा सकते हैं। अगर आपको इसे कच्चा खाने में किसी तरह की परेशानी का अनुभव हो रहा है तो आप इसे अपनी सब्जी या फिर चटनी में भी शामिल कर सकते हैं।