
क्या रोजाना का खान-पान दिमाग को प्रभावित करता है? अध्ययन से सामने आए चौंकाने वाले तथ्य
क्या है खबर?
अगर आपके रोजमर्रा के खाने में अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड ज्यादा शामिल हैं तो ये न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है।
हाल ही में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड का नियमित या अधिक सेवन हमारे दिमाग द्वारा भोजन को संसाधित करने और भोजन के सेवन को नियंत्रित करने के तरीके को बदल सकता है।
इसका मतलब है कि ऐसा खान-पान दिमाग के कार्य करने के तरीके को बदल सकता है।
अध्ययन
33,000 लोगों पर किया गया ये अध्ययन
NPJ मेटाबॉलिक हेल्थ एंड डिजीज में प्रकाशित यह अध्ययन 33,000 लोगों के डेटा का विश्लेषण करके किया गया था, जिन्होंने खाने से संबंधित सर्वे को पूरा किया और दिमाग के टेस्ट करवाएं।
प्रतिभागियों ने 24 घंटे में जो कुछ भी खाया, उस पर ध्यान दिया और शोधकर्ताओं ने अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड से मिलने वाली कुछ कैलोरी के प्रतिशत की गणना की।
शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रतिभागियों द्वारा खपत की गई कुछ कैलोरी का आधा हिस्सा अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड से आया था।
स्वास्थ्य
अध्ययन में शामिल थी प्रतिभागियों की स्वास्थ्य संबंधी तमाम जानकारी
इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी जैसे कि शरीर की चर्बी का माप, कमर से कूल्हे का अनुपात, आंत की चर्बी, कोलेस्ट्रॉल का स्तर, रक्त शर्करा और रक्तचाप का स्तर भी इक्ट्ठा किया।
इससे शोधकर्ताओं ने उन प्रतिभागियों में नकारात्मक स्वास्थ्य संकेत देखे, जिन्होंने अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन किया।
उन्होंने उन प्रतिभागियों के दिमाग में भी संरचनात्मक परिवर्तन देंखे।
निष्कर्ष
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स से बनाएं दूरी- फिलिप मोरीस
अध्ययन के लेखक फिलिप मोरीस ने साइपोस्ट को एक इंटरव्यू देते हुए कहा, "हमें हैरानी हुई कि हमारे निष्कर्ष कितने विशिष्ट थे।"
मोरिस ने इस बात पर जोर दिया कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड अधिक खाने से भूख बढ़ती है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और इस कारण वजन भी बढ़ने लगता है। साथ ही दिमाग के कार्य भी बदल सकते हैं। इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स वास्तव में क्या है?
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स को कॉस्मेटिक फूड्स भी कहा जाता है, जिसमें भोजन की प्राकृतिक स्थिति को बदल देते हैं क्योंकि उनमें परिष्कृत तत्व और कृत्रिम पदार्थ होते हैं और इनका पोषण मूल्य बहुत कम होता है।
इन खाद्य पदार्थों में आमतौर पर रासायनिक स्वाद देने वाले एजेंट, मिठास, स्टेबलाइजर्स और रंग होते हैं।
पिज्जा, पेस्ट्री, केक, मीठे पेय, इंस्टेंट नूडल्स, सीरील, कैंडीज, आइसक्रीम, चिप्स, क्रैकर्स और फ्रोजन या रेडी टू मेक खाना आदि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स हैं।