लाखों साल पहले ग्रीनलैंड में नहीं थी बर्फ, फूलों और पौधों से भरा था यह द्वीप
क्या है खबर?
अटलांटिक महासागर स्थित ग्रीनलैंड दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप है, जिसका 98 प्रतिशत हिस्सा बर्फ से ढका हुआ है।
हालांकि, एक नए शोध से पता चला है कि 10 लाख साल से भी कम समय पहले इस द्वीप पर बर्फ नहीं थी।
इसके बजाय ग्रीनलैंड हरे भरे पेड़-पौधों और फूलों से भरा हुआ था। यह हैरान कर देने वाला खुलासा वर्मोंट विश्वविद्यालय द्वारा किया गया है, जहां यह शोध किया गया था।
आइए इसके विषय में विस्तार से जानते हैं।
अध्ययन
लाखों साल पहले पिघल गई थी ग्रीनलैंड की बर्फ
ग्रीनलैंड में पाए गए जीवाश्म का अध्ययन करने के बाद कहा गया है कि यह पहला प्रत्यक्ष प्रमाण प्रदान करता है कि ग्रीनलैंड की बर्फ भूवैज्ञानिक अतीत में पिघल गई थी।
अध्ययन के मुख्य लेखक और वर्मोंट विश्वविद्यालय के भूविज्ञानी पॉल बिरमैन ने कहा, "हमारा अध्ययन इस बात की पुष्टि करता है कि लाखों साल पहले ग्रीनलैंड से बर्फ गायब हो गई थी और उसकी जगह पेड़-पौधों ने ले ली थी।"
जीवाश्म
बर्फ के नमूनों से मिले पोस्ता दाने समेत कई जीवाश्म
ग्रीनलैंड के अतीत का अध्ययन करने के लिए 1993 में निकाले गए बर्फ के नमूने की शोध टीम ने फिर से जांच की। विश्लेषण में वैज्ञानिकों को बहुत सारे जीवाश्म मिले, जिनमें कवक, विलो और कीड़ों के शरीर के अंग शामिल थे।
हालांकि, वैज्ञानिकों की सबसे शानदार खोज संरक्षित आर्कटिक पोस्ता दाने थे, जिन्हें देखकर टीम हैरान हो गई थी।
पॉल ने कहा, "हमारी मूल योजना आइसोटोप को मापने की थी। हमें नहीं पता था कि हमें जीवाश्म मिलेंगे।"
मॉस
रॉक स्पाइक मॉस के नमूनों ने वैज्ञानिकों को चौंकाया
वैज्ञानिकों को रॉक स्पाइक मॉस के नमूने में भी मिले हैं, जो अभी भी रेतीले और चट्टानी स्थानों में मौजूद है।
वर्मोंट विश्वविद्यालय के स्नातक छात्र और अध्ययन के सह-लेखक हैली मैस्ट्रो ने कहा, "उन्हें उन सभी चीजों की आवश्यकता होती है जो किसी अन्य पौधे को बढ़ने के लिए चाहिए। ये मॉस बर्फ की चादर के ऊपर नहीं पाई जा सकती है।"
हैली ने आगे कहा, "यह संभव ही नहीं है।"
2016
2016 में किए गए अध्ययन में कही गई थी ये बात
2016 में किए गए एक अध्ययन में यह सुझाव दिया गया था कि ग्रीनलैंड की वर्तमान बर्फ की चादर लगभग 10 लाख साल पुरानी है।
वैज्ञानिकों ने यह भी अनुमान लगाया कि उस समय ग्रीनलैंड का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा बर्फ से मुक्त था।
पॉल और हैली ने 1993 की बर्फ की परत की फिर से जांच की, जिसे कोलोराडो में नेशनल साइंस फाउंडेशन आइस कोर फैसिलिटी में करीब 30 साल तक रखा गया था।
पॉल
समुद्र के स्तर में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण है ग्रीनलैंड- पॉल
पॉल ने कहा, "जो लोग बर्फ के टुकड़े ले रहे थे, वे इस बारे में ज्यादा नहीं सोच रहे थे कि नीचे क्या है। तलछट पर एक बार विश्लेषण करने के बाद उसे एक बैग में भरकर शेल्फ पर रख दिया गया।"
उन्होंने आगे कहा, "इसकी बर्फ पूरी तरह पिघलने में कई दशक लग जाएंगे। समुद्र स्तर में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण, अन्य स्थानों की तुलना में ग्रीनलैंड ही है।"