हेलमेट खरीदते समय न करें लापरवाही, इन बातों का रखें खास ध्यान
क्या है खबर?
सड़क हादसों को रोकने के लिए सरकार नए-नए नियम लागू करती है। हालांकि, कई लोग इनका पालन नहीं करते हैं और अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।
वहीं कुछ नियमों को मानते हुए हेलमेट तो पहन लेते हैं, लेकिन वे पैसे बचाने के चक्कर में सस्ता या फिर ऐसा हेलमेट ले लेते हैं, जो उन पर फिट नहीं होता।
ऐसा करना अपनी सुरक्षा के साथ बड़ा खिलवाड़ करना है। इसलिए हेलमेट खरीदने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें।
#1
ISI निशान वाला हेलमेट लें
हेलमेट खरीदने से पहले आपको उस पर ISI का निशान जरूर देखना चाहिए।
इंडियन स्टैंडर्ड इंस्टीट्यूट (ISI) भारतीय मानक ब्यूरो का पुराना नाम है। इन मानकों द्वारा पास किए गए हेलमेट्स को सुरक्षित माना जाता है। इसलिए हेलमेट लेने से पहले उस पर ISI का निशान जरूर देखें।
भारत में कई अच्छी कंपनियों जैसे स्टीलबर्ड, स्टड्स, वेगा और मावॉक्स के हेलमेट्स मिलते हैं, जो किफायती और सुरक्षित दोनों होते हैं।
#2
साइज और शेप पर दें ध्यान
हेलमेट खरीदते समय आपको उसके साइज और शेप पर ध्यान देना चाहिए। अगर उसका साइज सर के साइज से बड़ा होगा तो हादसे के समय झटका लगने से वह सिर से निकल जाएगा।
वहीं उसका शेप ऐसा होना चाहिए कि वह आपके सर, नाक, कान और मुंह को कवर करे।
हेलमेट अधिक टाइट भी नहीं होना चाहिए। साथ ही इसके अंदर की पैडिंग भी अच्छी होनी चाहिए, जो सर के हर हिस्से को कवर करे।
#3
ज्यादा वजन नहीं होना चाहिए
हेलमेट के साइज और शेप पर ध्यान देने के साथ-साथ आपको उसके वजन पर भी ध्यान देना चाहिए। हेलमेट का वजन ज्यादा नहीं होना चाहिए, इससे लंबे सफर के दैरान आपकी गर्दन में दर्द हो सकता है।
आपको 1200 से 1350 ग्राम तक का हेलमेट पहनना चाहिए, इससे ज्यादा वजन आपकी गर्दन के लिए सही नहीं है।
इतने वजन का हेलमेट आपके सिर की सुरक्षा भी करेगा और आपकी गर्दन को दर्द से भी बचाएगा।
#4
हेलमेट पर लगे शीशे को चेक करें
ऊपर बताई गई बातों के अलावा ज्यादातर लोग एक बात को बिल्कुल नजरअंदाज कर देते हैं। हेलमेट का शीशा कैसा है, यह देखना भूल जाते हैं।
हेलमेट खरीदते समय आपको बाकी सब चीजों के साथ-साथ इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि उसमें आगे की और लगा हुआ शीशा कैसा है।
अगर वह अच्छा होगा, तभी आपको रात के समय और बारिश में सामने का साफ-साफ दिखाई देगा। इसलिए शीशे की क्वालिटी जरूर देखें।
#4
हटाई जाने वाली इनर पैडिंग वाले हेलमेट लें
हेलमेट का साइज, शेप और शीशा के साथ-साथ इनर पैडिंग पर भी ध्यान देना चाहिए।
आपको ऐसा हेलमेट लेना चाहिए, जिसकी इनर पैडिंग को निकाला जा सके ताकि आप समय-समय पर इन्हें निकाल कर धो सकें। इससे आपका हेलमेट गंदा नहीं होगा और उसे पहनने में आपको कोई परेशानी नहीं होगी।
पैडिंग के अलावा हेलमेट में ब्रीथ गार्ड और चिन कर्टन फीचर होना भी जरूरी है। अगर आप इन सब बातों का ध्यान रखकर हेलमेट खरीदेंगे तो सुरक्षित रहेंगे।