इन टिप्स की मदद से रखें शिशु की त्वचा का ख्याल
शिशु की त्वचा बहुत नाजुक और कोमल होती है, इसलिए उन्हें अतिरिक्त देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता होती है। बेहतर होगा कि माता-पिता अपने शिशु की त्वचा पर किसी भी तरह के केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें क्योंकि इससे शिशुओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बताते हैं जिन्हें अपनाकर शिशु की त्वचा का आसानी से ध्यान रखा जा सकता है।
रोजाना न नहलाएं
शिशु की साफ-सफाई पर ध्यान देना बहुत जरूरी होता है, लेकिन इसके लिए उसे रोजाना नहलाना जरूरी नहीं है क्योंकि इससे उसकी त्वचा की सुरक्षात्मक परत और प्राकृतिक तेल को नुकसान पहुंच सकता है। बेहतर होगा कि माता-पिता अपने शिशु को हफ्ते में दो या तीन दिन ही नहलाएं और इसके लिए एक केमिकल फ्री क्लींजर चुनें जो शिशु की त्वचा को कोमल और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
मॉइस्चराइज जरूर करें
शिशु को नहलाने के बाद उसकी त्वचा को मॉइस्चराइज जरूर करें। मॉइस्चराइजर लगाने से शिशु को रूखेपन, जलन और रैशेज आदि जैसी दिक्कतों से आराम मिलेगा। इसके लिए ऐसा मॉइस्चराइजर चुनें जो खासतौर से शिशु की संवेदनशील त्वचा को देखते हुए बनाए गया हो और उनकी त्वचा को हाइड्रेट करने के साथ-साथ सुरक्षा भी प्रदान करे। शिशु की त्वचा पर दिन में दो-तीन बार प्राकृतिक सामग्रियों से युक्त मॉइस्चराइजर लगाना फायदेमंद रहता है।
नियमित तौर पर करें तेल मालिश
यह शिशु की त्वचा का ध्यान रखने का एक आसान और प्रभावी तरीका हो सकता है क्योंकि तेल मालिश करने से न सिर्फ बच्चों का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है, बल्कि इससे उनकी त्वचा में नमी भी बरकरार रहती है। शिशु की तेल मालिश करने के लिए रोजाना अपनी व्यस्त दिनचर्या में से 20-25 मिनट जरूर निकालें। इसके लिए माता-पिता केमिकल फ्री बेबी ऑयल या फिर बादाम के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
डायपर रैशेज का रखें ध्यान
शिशु की त्वचा बहुत नाजुक और कोमल होती है, इसलिए वह जल्द ही डायपर रैशेज की चपेट में आ जाता है। शिशु को इस समस्या से बचाने के लिए उसे कसकर या बहुत लंबे समय तक डायपर पहनाकर न रखें। वहीं अगर डायपर रैशेज हो भी जाए तो कुछ घंटों तक शिशु को डायपर न पहनाएं और प्रभावित जगह को अच्छी तरह साफ करके कूलिंग इफेक्ट वाला पाउडर लगाएं। इससे उसे आराम मिलेगा।