हार्ट ब्लॉकेज खोलने में सहायक हैं ये योगासन, जानिए अभ्यास का तरीका
हार्ट ब्लॉकेज हृदय के इलेक्ट्रिकल सिग्नल से जुड़ी एक समस्या है। ये सिग्नल हृदय के धड़कने की गति को नियंत्रित करने का काम करते हैं और हृदय को पूरे शरीर में रक्त पहुंचाने में भी मदद करते हैं। जब ये सिग्नल किसी कारणवश प्रभावित होते हैं तो हार्ट ब्लॉकेज की समस्या होने लगती है। इस समस्या को कुछ हद तक ठीक करने में कुछ योगासन आपकी मदद कर सकते हैं। आइए इनके अभ्यास का तरीका जानते हैं।
धनुरासन
सबसे पहले योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने दोनों घुटनों को अपनी कमर की तरफ से मोड़ें और अपने हाथों से टखनों को मजबूती से पकड़ लें। इसके बाद सांस लेते हुए अपने पूरी शरीर को इस प्रकार ऊपर उठाने की कोशिश करें कि शरीर का आकार धनुष के समान लगे। फिर अपनी क्षमता के हिसाब से इस मुद्रा में रहें और धीरे-धीरे सांस लेते और छोड़ते रहें। कुछ सेकेंड बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
वृक्षासन
इस योगासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर दोनों पैरों को आपस में जोड़ें और सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं। अब शरीर का संतुलन बनाते हुए हाथों की मदद से बायां तलवा दायीं जांघ पर रख लें। इसके बाद अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाते हुए नमस्कार की अवस्था में आ जाएं। थोड़ी देर इसी अवस्था में रहकर धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में आएं। शरीर को कुछ देर आराम देकर आसन को दोहराएं।
अर्धमत्स्येन्द्रासन
सबसे पहले योगा मैट पर दंडासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब अपने दाएं पैर को घुटने से मोड़ते हुए बाएं घुटने के ऊपर से इसके किनारे पर रख लें। इसके बाद बाएं घुटने को मोड़कर इसकी एड़ी को दाएं कूल्हे के नीचे रखें और बाएं हाथ से दाएं टखने को पकड़ने की कोशिश करें। इस दौरान दाएं हाथ को कमर के पीछे रखें। कुछ सेकंड इसी स्थिति में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
गोमुखासन
सबसे पहले योगा मैट पर दंडासन की स्थिति में बैठकर अपने दाएं पैर को मोड़ें और इसे बायीं जांघ के ऊपर से ले जाते हुए बाएं नितंब के पास जमीन पर रख लें। इसी तरह अपने बाएं पैर को मोड़ते हुए दायीं जंघा के नीचे से दाएं नितंब के पास जमीन पर रख लें। अब अपने दोनों हाथों को कोहनी से मोड़ते हुए उन्हें पीठ के पीछे आपस में पकड़ने का प्रयास करें। कुछ देर इसी अवस्था में बने रहें।