आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी बाला है गुणों की खदान, इस्तेमाल से मिलते हैं ये फायदे
क्या है खबर?
बाला को वैज्ञानिक भाषा में सिडा कॉर्डिफोलिया कहा जाता है। यह एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है।
इसका कारण है कि यह बहुत सारे एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों समेत कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो इसे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बनाते हैं।
आइए हम आपको कई अध्ययन और शोध पर आधारित बाला के इस्तेमाल से मिलने वाले लाभों के बारे में बताते हैं।
#1
थकान को दूर करने में है सहायक
अगर आप अक्सर खुद में कमजोरी या थकान का अनुभव करते हैं तो बाला का सेवन आपको भरपूर ऊर्जा देने में मदद कर सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार, थकान तब होती है जब आपका कफ दोष असंतुलित होता है और जब आप इस जड़ी-बूटी का सेवन करते हैं तो यह इसे संतुलित कर देती है।
लाभ के लिए आधा चम्मच बाला पाउडर को शहद या दूध के साथ मिलाएं और इसे भोजन के बाद दिन में 2 बार खाएं।
#2
श्वसन संबंधी रोगों का कर सकती है इलाज
बाला ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों के लक्षणों को कम करने में भी मदद कर सकती है।
इसका कारण है कि यह जड़ी-बूटी एंटी-इंफ्लेमेटरी, इम्यूनोमॉड्यूलेटरी और एडाप्टोजेनिक गुणों से युक्त होती है।
यह बेहतर श्वसन के लिए ब्रोंकाइटिस से राहत दिलाने में भी सहायक है।
लाभ के लिए आधा चम्मच बाला पाउडर को एक चम्मच शहद के साथ मिलाएं। फिर इसे दिन में 2 बार भोजन के बाद खाएं।
#3
कॉग्निटिव फंक्शन को मजबूती प्रदान करने में है सहायक
कॉग्निटिव फंक्शन बुद्धि और व्यवहार से जुड़ा होता है, जिसमें मुख्य ध्यान इस बात पर रहता है कि तंत्रिका तंत्र किस प्रकार सूचनाओं को समझता है, कैसे उनका आगे भेजता है और कैसे काम करता है।
इसलिए कॉग्निटिव फंक्शन का मजबूत होना जरूरी है और इसमें भी बाला का इस्तेमाल कारगर है।
साल 2016 में किए गए एक अध्ययन के परिणामों से पता चला कि बाला याददाश्त को बेहतर बनाकर कॉग्निटिव फंक्शन को अधिक प्रभावी बनाता है।
#4
चिंता और तनाव से राहत दिलाने में है कारगर
एक शोध के मुताबिक, बाला चिंता और तनाव के लक्षण और इनसे जुड़ी समस्याओं को धीरे-धीरे दूर करने में काफी मदद कर सकता है।
इसमें तनाव विरोधी और अवसाद विरोधी गुण मौजूद होते हैं, जो तनाव और अवसाद से राहत दिला सकते हैं।
यहीं नहीं, बाला में चिंता विरोधी गुण भी शामिल होता है, जो बेचैनी और व्याकुलता को कम कर सकते हैं।
#5
इम्युनिटी बढ़ाने में है मददगार
बाला के सेवन से इम्युनिटी पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है।
इसके एंटी-ऑक्सीडेंट गुण शरीर से हानिकारक मुक्त कणों को बाहर निकालने में मदद करते हैं और आपकी ऊर्जा के स्तर को बढ़ाते हैं।
इस जड़ी-बूटी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से बचाते हैं, जो कई हानिकारक बीमारियों के लिए जिम्मेदार होते हैं।
इसके अलावा यह खांसी, जुकाम, नजला, सांस की परेशानी और बुखार आदि से लड़ने में भी मदद करता है।