केले के पत्तों से बनाए जा सकते हैं ये लाजवाब व्यंजन, जानिए रेसिपी
केले का पत्ता भारतीय रसोई में एक अहमियत रखता है। यह न केवल भोजन को स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है। केले के पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त रखते हैं और पाचन को सुधारते हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे अनोखे व्यंजनों की रेसिपी बताते हैं, जिन्हें आप केले के पत्ते का उपयोग करके बना सकते हैं और अपने भोजन का स्वाद बढ़ा सकते हैं।
पतरोडे (कोलोकैसिया रोल्स)
पतरोडे एक पारंपरिक गुजराती व्यंजन है, जिसे केले के पत्तों पर बनाया जाता है। इसके लिए सबसे पहले बेसन, हरी मिर्च, अदरक-लहसुन का पेस्ट, हल्दी, धनिया और नमक मिलाकर घोल तैयार करें, फिर कोलोकैसिया (अरबी) की पतियों पर इस घोल को लगाकर रोल बनाएं और इन्हें केले के पत्तों पर रखकर स्टीम करें। पतरोडे खाने में बेहद स्वादिष्ट हैं और इन्हें चटनी या दही के साथ परोसा जा सकता है।
मोदक
मोदक महाराष्ट्र की एक प्रसिद्ध मिठाई है, जिसे गणेश चतुर्थी पर विशेष रूप से बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए चावल का आटा गूंथकर छोटे-छोटे गोले बनाएं और इनमें नारियल व गुड़ भरकर मोदक तैयार करें। अब इन मोदकों को केले के पत्तों पर रखकर स्टीम करें। इस प्रक्रिया से इनका स्वाद बढ़ जाता है और यह अधिक पौष्टिक हो जाते हैं। केले के पत्तों की सुगंध मोदकों में एक अनोखा स्वाद जोड़ती है।
इडियप्पम (सेवई)
इडियप्पम दक्षिण भारत की एक लोकप्रिय व्यंजन है। इसे बनाने के लिए चावल का आटा गूंथकर सेवई मशीन से सेवई निकालें और इन्हें छोटे-छोटे हिस्सों में काट लें। अब इन सेवइयों को केले के पत्तों पर रखकर स्टीम करें। इस प्रक्रिया से इनका स्वाद बढ़ जाता है और यह अधिक पौष्टिक हो जाते हैं। केले के पत्तों की सुगंध से इडियप्पम का स्वाद और भी बेहतरीन हो जाता है।
इलायची अप्पम
इलायची अप्पम केरला की एक प्रसिद्ध मिठाई है जिसे खास अवसरों पर बनाया जाता है। इसके लिए चावल का आटा, नारियल दूध, इलायची पाउडर व गुड़ मिलाकर घोल तैयार करें। फिर इस मिश्रण को छोटे-छोटे हिस्सों में बांट कर अप्पम स्टैंड या तवे पर पकाएं। अब इन्हें केले के पत्ते पर रखकर थोड़ी देर ढक कर रखें ताकि इनकी सुगंध बढ़ जाए और स्वाद भी बेहतर हो जाए।