मेनोपॉज के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकती हैं ये एक्सरसाइज
क्या है खबर?
मेनोपॉज कोई बीमारी नहीं है बल्कि यह महिलाओं के शरीर में होने वाला एक प्राकृतिक बदलाव है, जो 45 से 55 साल की महिलाओं में होता है।
पीरियड्स का अनियमित या बंद हो जाना, वजन बढ़ना और बालों का झड़ना मेनोपॉज के आम लक्षण हैं।
हालांकि, एक्सरसाइज मेनोपॉज के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद कर सकता है। आइए आज इसके लिए कुछ एक्सरसाइज के बारे में बताते हैं।
#1
कार्डियो एक्सरसाइज
बात चाहें हृदय को स्वस्थ रखने की हो या फिर मेनोपॉज के नकारात्मक प्रभावों को कम करने की, इनके लिए कार्डियो एक्सरसाइज बहुत बेहतरीन है।
अगर कोई महिला मेनोपॉज के प्रभाव को कम करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पूरे शरीर पर प्रभाव डालने वाली कार्डियो एक्सरसाइज करनी चाहिए।
इसके लिए आप अपने रूटीन में रोइंग, वॉकिंग, बॉक्सिंग, स्विमिंग और ट्रेडमिल एक्सरसाइज आदि को शामिल कर सकते हैं।
यकीनन इन एक्सरसाइज से आपको काफी फायदा होगा।
#2
कोर ट्रेनिंग
इस एक्सरसाइज को करने के लिए पीठ के बल लेटकर अपने दोनों पैरों को मोड़ लें।
इसके बाद अपने दाहिने पैर को ऊपर की तरफ उठाएं। आपको पैरों को 90 डिग्री में मोड़ना है, फिर अपने दाहिने हाथ को घुटने पर रखिए और पैरों को उठाने के बाद अपने हाथों से उन्हें पीछे की तरफ ढकेलिए।
नियमित तौर पर इस एक्सरसाइज को करने से किडनी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
#3
पुल-अप्स
इसके लिए सबसे पहले एक पुल-अप्स रोड के नीचे खड़े हो जाएं। अब अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और कंधों की चौड़ाई की दूरी पर रोड को पकड़ लें।
इसके बाद अपने दोनों हाथों पर जोर डालते हुए कोहनियों को मोड़ें और पूरे शरीर को ऊपर उठाएं। फिर दोबारा से अपने शरीर को नीचे करें और शरीर को ढीला छोड़ते हुए लटकें।
यह पुल-अप्स एक्सरसाइज की एक रेप्स है। ऐसे कम से कम 10 रेप्स करें।
#4
लंज
लंज एक्सरसाइज के लिए सबसे पहले जमीन पर सीधे खड़े होकर अपने दाएं पैर को आगे बढ़ाएं और उसको घुटनों से मोड़ते हुए 90 डिग्री का कोण बनाएं।
अब बायां पैर पीछे के ओर सीधा करें और दोनों पैरों के बीच में कम से कम दो-तीन फीट की दूरी कायम करें। कुछ सेकेंड इसी स्थिति में रहने के बाद खुद को ऊपर की ओर उछालें। इससे आप प्रारंभिक स्थिति में आ जाएंगे।
इसी तरह दोनों पैर से 12-15 रेप्स करें।