हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया: जानिए खून से जुड़ी इस बीमारी के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय
क्या है खबर?
हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया एक ऐसी बीमारी है, जो खून में कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा बढ़ने के कारण उत्पन्न होती है।
दरअसल, बहुत अधिक कोलेस्ट्रॉल रक्त वाहिकाओं में रुकावट की वजह बन सकता है, जिससे स्ट्रोक या हृदय से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
ऐसे में जरूरी है आपको इस बीमारी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें पता हों ताकि वक्त रहते इसका इलाज किया जा सके।
चलिए फिर हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया से जुड़ी कुछ ऐसी ही महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
कारण
हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया के कारण
ट्रांस वसा, संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल से भरपूर खाद्य पदार्थों के अधिक सेवन से मोटापे की समस्या हो सकती है, जो हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया का कारण बन सकता है।
धूम्रपान, हाइपरथायरायडिज्म और मधुमेह भी उच्च कोलेस्ट्रॉल के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
बहुत अधिक तनाव में रहना, शारीरिक व्यायाम की कमी और शराब का सेवन भी खून में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है।
हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया जेनेटिक यानि आनुवंशिक कारणों से भी हो सकता है।
जोखिम कारक
हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया से जुड़े जोखिम कारक
उच्च कोलेस्ट्रॉल समय के साथ आपकी धमनियों को संकीर्ण कर सकता है और एथेरोस्क्लेरोसिस का कारण बन सकता है।
एथेरोस्क्लेरोसिस एक ऐसी स्थिति जो आपकी धमनियों के माध्यम से रक्त के प्रवाह को सीमित कर सकती है और इसके परिणामस्वरूप खतरनाक रक्त के थक्के बन सकते हैं।
इस बीमारी की गंभीर स्थिति में सीने में दर्द, उच्च रक्तचाप, गुर्दे की बीमारी और परिधीय संवहनी रोग जैसी जानलेवा बीमारियां भी उत्पन्न हो सकती हैं।
लक्षण
हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया के लक्षण
हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया के कोई लक्षण नहीं होते हैं और सिर्फ ब्लड टेस्ट के माध्यम से ही इसका पता लगाया जा सकता है।
हालांकि, अगर जल्दी पता नहीं लगाया जाता है तो उच्च कोलेस्ट्रॉल रक्त धमनियों में प्लाक का निर्माण कर सकता है और स्ट्रोक या दिल के दौरे जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
200 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से ऊपर के कुल रक्त कोलेस्ट्रॉल को उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल माना जाता है।
इलाज
इलाज और बचाव के उपाय
डॉक्टर इस स्थिति के इलाज के लिए कुछ दवाएं दे सकते हैं, लेकिन इसे नियंत्रित करने का सबसे अच्छा तरीका स्वस्थ जीवनशैली अपनाना है।
इसलिए नियमित रूप से स्वस्थ आहार खाएं, जिसमें मछली, फल, सब्जियां, अखरोट और बादाम शामिल हों।
वहीं, रेड मीट, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, सोडियम और चीनी से भरे खाद्य पदार्थों से बचें।
रोजाना कम से कम 20-30 मिनट तक मध्यम-तीव्रता वाली एरोबिक एक्सरसाइज जैसे तेज चलना, तैरना, साइकिल चलाना आदि करें।