
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खाकर मौत को दावत दे रहे हैं आप, नए अध्ययन में बड़ा खुलासा
क्या है खबर?
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स को कॉस्मेटिक फूड्स भी कहा जाता है, जिसमें रिफांइड तत्व और आर्टिफिशियल पदार्थ होते हैं और इनका पोषण मूल्य बहुत कम होता है।
बर्गर, पिज्जा, केक, मीठे पेय, इंस्टेंट नूडल्स, सीरील, कैंडीज, आइसक्रीम, चिप्स, क्रैकर्स और फ्रोजन या रेडी टू मेक खाना आदि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स हैं।
हाल ही में अमेरिका और इंग्लैंड में किए गए नए अध्ययन से सामने आया है कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन मृत्यु का खतरा बढ़ा सकता है।
अध्ययन
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड के अधिक सेवन से कम उम्र में मृत्यु होने का खतरा
अमेरिकन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन में प्रकाशित इस अध्ययन से पता चला है कि ब्रेड, केक और रेडी टू मेक खाना जैसे खाद्य पदार्थ का अधिक सेवन करने से कम उम्र में ही मृत्यु होने की संभावना बढ़ जाती है।
इस अध्ययन के मुताबिक, अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड स्वास्थ्य के लिए इतना हानिकारक है कि कुछ देशों में होने वाली सभी असामयिक मौतों में से हर सात में से एक के लिए यह जिम्मेदार है।
सर्वे
8 देशों के आहार और मृत्यु दर का किया गया आकलन
इस अध्ययन के लिए 8 देशों के आहार और मृत्यु दर के आंकड़ों की समीक्षा में पाया गया कि वे अमेरिका में हर साल 124,107 असामयिक मौतों और इंग्लैंड में हर साल 17,781 मौतों से जुड़े हैं।
ब्राजील के ओसवाल्डो क्रूज फाउंडेशन के अध्ययन के प्रमुख एडुआर्डो ऑगस्टो फर्नांडीस निल्सन ने कहा, "अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में वसा, नमक और चीनी की अधिक मात्रा होने के कारण ये स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।"
बयान
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड से बढ़ा कई देशों का मृत्यु दर आंकड़ा- शोधकर्ता
लेखकों ने यूनाइटेड किंगडम (UK) और अमेरिका के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, कोलंबिया, चिली और मैक्सिको में पहले किए गए आधिकारिक सर्वे को जांचने पर पाया कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड की खपत और सभी कारणों से होने वाली मृत्यु दर के बीच एक असामान्य प्रतिक्रिया का संबंध है।
शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड की खपत स्वास्थ्य को काफी प्रभावित कर सकती है क्योंकि इसके कारण कई देशों में मृत्यु दर बढ़ने का आंकड़ा देखा गया है।
बयान
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड की खपत करने के लिए उठाएं जरूरी कदम- लेखक
अध्ययन के लेखकों ने दुनियाभर की सरकारों से अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड से निपटने के लिए साहसिक कदम उठाने का आग्रह किया है, जिसमें स्कूलों और कार्यस्थलों में खाद्य पदार्थों की बिक्री पर सख्त नियम और बिक्री को कम करने के लिए अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड पर टैक्स लगाना शामिल है।
इसलिए अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें और इनके स्वास्थ्यवर्धक विकल्पों को अपनी डाइट में शामिल करें, जैसे ग्रीक योगर्ट, होममेड पिज्जा और नींबू पानी आदि।