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महाराष्ट्र का जश्न इन 5 लोक नृत्य के बिना है अधूरा, जानिए इनके बारे में सबकुछ
महाराष्ट्र के लोक नृत्य

महाराष्ट्र का जश्न इन 5 लोक नृत्य के बिना है अधूरा, जानिए इनके बारे में सबकुछ

लेखन अंजली
Jun 30, 2025
10:51 am

क्या है खबर?

महाराष्ट्र में लोक नृत्य की एक समृद्ध परंपरा है, जो राज्य की संस्कृति और विरासत को दर्शाती है। ये नृत्य न केवल मनोरंजन का साधन होते हैं, बल्कि सामाजिक और धार्मिक समारोहों का भी हिस्सा होते हैं। महाराष्ट्र के लोक नृत्य अलग-अलग समुदायों और क्षेत्रों से जुड़े होते हैं, जिससे इनकी विविधता और भी बढ़ जाती है। आइए आज हम आपको राज्य के पांच प्रमुख लोक नृत्य के बारे में बताते हैं।

#1

दिंडी 

दिंडी नृत्य महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में खासतौर से मनाया जाने वाला एक पारंपरिक लोक नृत्य है। यह होली के त्योहार के दौरान विशेष रूप से लोकप्रिय होता है। इस नृत्य में लोग रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर दिंडी (छोटी टोकरी) लेकर गाते-बजाते हुए गली-मोहल्लों में घूमते हैं। दिंडी नृत्य में लोग भगवान कृष्ण की लीलाओं और उनकी कहानियों को गाकर प्रस्तुत करते हैं, जिससे यह त्योहार और भी रोमांचक बन जाता है।

#2

पोवाडा

पोवाडा नृत्य महाराष्ट्र का एक प्रमुख लोक नृत्य है, जो मराठा योद्धाओं की वीरता को दर्शाता है। इस नृत्य में कलाकार तलवारबाजी, घुड़सवारी और युद्ध कौशल दिखाते हैं। पोवाडा नृत्य आमतौर पर ऐतिहासिक घटनाओं या महानायकों की कहानियों पर आधारित होता है, जिसमें शिवाजी महाराज जैसे महान योद्धाओं की कहानियां शामिल होती हैं। इस नृत्य को देखने वाले दर्शक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं और इसमें भाग लेने वाले कलाकारों की प्रतिभा की सराहना करते हैं।

#3

ढंगारी गाजा

ढंगारी गाजा नृत्य महाराष्ट्र के आदिवासी समुदायों द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाला एक अनोखा लोक नृत्य है। इसमें कलाकार हाथियों की वेशभूषा पहनकर नाचते हैं और अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। यह नृत्य आदिवासी त्योहारों और समारोहों में किया जाता है, जिसमें लोग उत्साहपूर्वक भाग लेते हैं। ढंगारी गाजा नृत्य में कलाकार अपने कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं और इस अद्भुत प्रदर्शन का आनंद लेते हैं।

#4

कोली 

कोली नृत्य महाराष्ट्र के मछुआरों द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाला एक पारंपरिक लोक नृत्य है। इसमें महिलाएं नाविकों की भूमिका निभाती हैं, जबकि पुरुष मछुआरों की वेशभूषा पहनकर नाचते हैं। कोली नृत्य समुद्र तट क्षेत्रों में लोकप्रिय होता है और इसमें लोग अपनी जीवनशैली और संघर्षों को दर्शाते हैं। इस नृत्य को देखने वाले दर्शक इसकी जीवंतता और कलाकारों की प्रतिभा की सराहना करते हैं, जिससे यह प्रदर्शन और भी रोचक बन जाता है।

#5

लावणी 

लावणी नृत्य महाराष्ट्र की प्रसिद्ध पारंपरिक शैलियों में से एक है, जो मुख्य रूप से लोक नृत्य नाटकों में प्रस्तुत किया जाता है। इसमें महिलाएं चमकीले कपड़े पहनकर अपनी कला का प्रदर्शन करती हैं और लोक गीतों पर थिरकती हैं। लावणी में गाने-बजाने के साथ-साथ नृत्य का मेल होता है, जिससे यह प्रदर्शन और भी रोचक बन जाता है। लावणी देखने वाले दर्शक इसकी जीवंतता और कलाकारों की प्रतिभा की सराहना करते हैं।