
भारत में प्रचलित हैं ये 5 सांस्कृतिक चीजें, जानिए कैसे होती हैं तैयार
क्या है खबर?
भारत में हर त्योहार और परंपरा की अपनी एक खासियत है, खासकर महिलाओं के लिए कई चीजें बहुत महत्वपूर्ण होती हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि वे चीजें कैसे बनती हैं? जैसे कि सिंदूर, लाख की चूड़ियां, काजल, इत्र और मेहंदी। ये सभी चीजें न केवल सुंदरता बढ़ाती हैं, बल्कि हमारी संस्कृति और परंपराओं को भी दर्शाती हैं। आइए आज हम आपको इन चीजों की तैयारियों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
#1
सिंदूर
सिंदूर भारतीय महिलाओं के लिए एक जरूरी चीज है, जो शादीशुदा महिलाओं के लिए विशेष रूप से अहमियत रखता है। यह आमतौर पर लाल रंग में होता है। यह एक प्राकृतिक पदार्थ है, जो कमीला नामक पेड़ के फल से निकलने वाले बीजों को पीसकर बनाया जाता है। इस सिंदूर को माथे पर बिंदी के रूप में लगाया जाता है और इसके बिना सुहागिन महिलाओं का श्रृंगार अधूरा माना जाता है।
#2
लाख की चूड़ियां
लाख की चूड़ियां भारतीय महिलाओं का पारंपरिक गहना हैं, जिसे लाख नामक पदार्थ से बनाया जाता है और इन्हें कई रंग समेत डिजाइन में बनाया जाता है। ये चूड़ियां न केवल सुंदरता बढ़ाती हैं बल्कि शादीशुदा महिलाओं की संस्कृति और परंपराओं को भी दर्शाती हैं। इनका उपयोग शादी के समय किया जाता है और ये किसी भी पारंपरिक पोशाक के साथ अच्छी लगती हैं।
#3
काजल
काजल आंखों की सुंदरता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। इसे बनाने के लिए एक दीये में सरसों का तेल और बाती डालें, फिर इसमें लौ की तरफ दो बादाम डालें। इसके बाद इसके किनारे पर दो गिलास रखकर उनके ऊपर एक प्लेट उल्टी करके रखें ताकि लौ का धुआं प्लेट पर इक्ट्ठा हो जाए, कुछ घंटे के बाद धुए को चम्मच से खुरचकर एक कंटेनर में डालें, फिर उसमें थोड़ा बादाम का तेल मिलाकर इसे काजल की तरह लगाएं।
#4
इत्र
इत्र भारतीय महिलाओं के लिए एक अहम हिस्सा है, जो उनकी सुगंध बढ़ाता है। इसे फूलों, मसालों और जड़ी-बूटियों का उपयोग करके बनाया जाता है। इसमें गुलाब, चमेली, केवड़ा आदि फूलों का उपयोग होता है, जो इसकी खुशबू को खास बनाते हैं। इत्र लगाने से न केवल शरीर महकता है बल्कि मन भी तरोताजा महसूस करता है। यह लंबे समय तक टिकता भी है, जिससे दिनभर की थकान दूर होती है और आत्मविश्वास बढ़ता है।
#5
मेहंदी
मेहंदी भारतीय महिलाओं के हाथों और पैरों पर लगाई जाती है, जो किसी भी खास अवसर जैसे शादी, त्योहार आदि पर लगाई जाती है। इसे बनाने के लिए सूखे मेहंदी पत्तों को पीसकर उसमें नींबू रस और चीनी मिलाई जाती है, जिससे यह गाढ़ा पेस्ट तैयार होता है, जिसे हाथों और पैरों पर डिजाइन बनाकर लगाया जाता है। इन सभी चीजों का उपयोग न केवल सुंदरता बढ़ाता है बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा को भी दर्शाता है।