असम का खूबसूरत गांव है मयोंग, यहां आजमाएं ये 5 गतिविधियां
क्या है खबर?
असम का मयोंग एक गांव है, जो जादुई इतिहास और रहस्यमयी कहानियों के लिए मशहूर है।
यह गुवाहाटी से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे स्थित है। मयोंग को 'भारत की जादू नगरी' भी कहा जाता है।
यहां आने वाले पर्यटक इस जगह की अनोखी संस्कृति और परंपराओं को जान सकते हैं। अगर आप कुछ अलग अनुभव करना चाहते हैं तो मयोंग आपके लिए बेहतरीन विकल्प है।
#1
मयोंग सेंट्रल संग्रहालय का इतिहास जानें
मयोंग सेंट्रल संग्रहालय इस गांव का प्रमुख आकर्षण है, जहां आप तंत्र-मंत्र के बारे में जान सकते हैं।
यहां प्राचीन ग्रंथ, पांडुलिपियां, औषधीय पौधे और अन्य वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं, जो सदियों से उपयोग होती रही हैं।
यह संग्रहालय असम की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को समझने का अवसर देता है।
यहां आकर आप उन रहस्यमयी विधाओं को भी देख सकते हैं, जिनका उपयोग लोग अपनी समस्याओं का समाधान करने के लिए करते थे।
#2
पोबितोरा वन्यजीव अभ्यारण्य में वन्यजीव सफारी करें
पोबितोरा वन्यजीव अभ्यारण्य मयोंग से कुछ दूरी पर स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जहां आप विभिन्न वन्यजीव देख सकते हैं।
यह अभ्यारण्य विशेष रूप से भारतीय गैंडे के लिए मशहूर है, जो यहां बड़ी संख्या में पाए जाते हैं।
इसके अलावा हिरण, हाथी, पक्षी आदि भी देखे जा सकते हैं। पर्यटक जीप सफारी या हाथी सफारी करके इस प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।
#3
ब्रह्मपुत्र नदी पर बोटिंग का आनंद लें
ब्रह्मपुत्र नदी पर बोटिंग करना मयोंग यात्रा का एक जरूरी हिस्सा होना चाहिए। यह अनुभव आपको शांत वातावरण में समय बिताने और प्राकृतिक सुंदरता को निहारने का मौका देता है।
बोटिंग करते समय आप आसपास की हरियाली, पक्षियों की चहचहाहट और पानी की लहरों की मधुर ध्वनि का आनंद ले सकते हैं।
इसके अलावा सूर्यास्त के समय ब्रह्मपुत्र नदी पर नाव चलाना एक यादगार अनुभव हो सकता है, जिसे आप कभी नहीं भूलेंगे।
#4
स्थानीय हस्तशिल्प बाजार घूमें
मयोंग अपने हस्तशिल्प कला कौशल के लिए भी जाना जाता है, जहां स्थानीय कारीगर अपनी कला दिखाते हैं।
गांव में कई छोटे-बड़े बाजार लगते रहते हैं, जहां पर्यटक स्थानीय हस्तशिल्प वस्तुएं खरीद सकते हैं जैसे कि बांस निर्मित सामान, कपड़े आदि।
इन बाजारों में घूमना न केवल खरीददारी करने बल्कि स्थानीय जीवन शैली को करीब से देखने का भी अवसर प्रदान करता है।
#5
पारंपरिक असमी भोजन चखें
असम की यात्रा बिना वहां के पारंपरिक भोजन चखे अधूरी है।
यहां कई छोटे-बड़े रेस्टोरेंट्स हैं, जहां स्वादिष्ट असमी व्यंजन मिलते हैं, खासकर चावल आधारित व्यंजन जैसे कि पिठा, लारु, मासोर टेंगा आदि जरूर ट्राई करें।
ये व्यंजन न केवल स्वादिष्ट होते बल्कि स्वास्थ्यप्रद भी होते हें। इनके साथ-साथ लोकल मिठाइयों का भी मजा लें।
इस तरह आपकी असम की यात्रा मजेदार बन सकती है।