अधिक समय तक मोबाइल या लैपटॉप से चिपके रहते हैं? जानें इसके नुकसान
क्या है खबर?
आजकल की डिजिटल दुनिया में मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल आम बात हो गई है। चाहे काम हो या मनोरंजन, हम इन उपकरणों पर निर्भर होते जा रहे हैं।
हालांकि, क्या आप जानते हैं कि इनका अत्यधिक इस्तेमाल आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है?
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे मोबाइल और लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल आपकी सेहत को प्रभावित कर सकता है।
#1
आंखों पर पड़ता है दबाव
मोबाइल और लैपटॉप के लगातार उपयोग से आंखों में थकान होना आम समस्या बन गई है।
स्क्रीन की तेज रोशनी और लंबे समय तक देखने से आंखों में जलन, धुंधलापन और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इससे बचने के लिए हर 20 मिनट बाद अपनी नजरें स्क्रीन से हटाकर कुछ दूर देखें, ताकि आपकी आंखों को आराम मिल सके।
इसके अलावा स्क्रीन की ब्राइटनेस को कम करके भी आप अपनी आंखों को राहत दे सकते हैं।
#2
नींद पर पड़ता है असर
मोबाइल और लैपटॉप का अत्यधिक उपयोग आपकी नींद के पैटर्न को बिगाड़ सकता है।
रात में सोने से पहले इन उपकरणों का इस्तेमाल करने से नींद आने में दिक्कत होती है क्योंकि स्क्रीन की नीली रोशनी मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित करती है, जो नींद लाने में मदद करता है।
इसलिए सोने से कम-से-कम एक घंटे पहले इनका उपयोग बंद कर दें ताकि आपकी नींद बेहतर हो सके।
#3
बढ़ता है तनाव
लगातार मोबाइल और लैपटॉप पर काम करने या सोशल मीडिया पर समय बिताने से तनाव बढ़ सकता है।
यह आपके मस्तिष्क को लगातार सक्रिय रखता है, जिससे आराम नहीं मिल पाता और चिंता और अवसाद जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
दिनभर के काम के बाद खुद को रिलैक्स करने के लिए कुछ समय बिना किसी डिजिटल डिवाइस के बिताएं जैसे किताब पढ़ना या ध्यान लगाना आदि करें ताकि आपका मन शांत रह सके।
#4
शारीरिक गतिविधि होती है कम
मोबाइल और लैपटॉप का अधिक प्रयोग शारीरिक गतिविधियों को कम कर देता है, जिससे मोटापा, पीठ दर्द जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
लंबे समय तक बैठकर काम करने से शरीर अकड़ जाता है, जिससे रक्त संचार धीमा पड़ जाता है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
इसलिए हर घंटे थोड़ी देर टहलें या स्ट्रेचिंग करें ताकि शरीर सक्रिय रहे और स्वास्थ्य अच्छा बना रहे।
#5
सामाजिक संबंध हो सकते हैं कमजोर
डिजिटल उपकरणों पर अधिक समय बिताने से हमारे असली जीवन के रिश्ते कमजोर हो सकते हैं क्योंकि हम परिवार और दोस्तों के साथ समय नहीं बिता पाते।
ये रिश्ते मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए रोजमर्रा की जिंदगी में अपनों से बातचीत करते रहें और उनके साथ वक्त बिताएं ताकि रिश्ते मधुर बने रहें।
संतुलित तरीके से डिजिटल उपकरणों का प्रयोग करने से हमारी शारीरिक और मानसिक स्थिति बेहतर बनी रह सकती है।