रोजाना भीगे हुए बादाम खाने से मिल सकते हैं ये 5 फायदे
भीगे हुए बादाम बनावट, स्वाद और पोषक तत्वों के मामले में कच्चे बादाम से बेहतर होते हैं। बादाम के छिलके में टैनिन होता है, जो पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकता है। ऐसे में अगर आप भिगोए हुए बादाम को छीलकर खाते हैं तो बादाम के सभी फायदे ठीक से मिल सकते हैं। आइए जानते हैं कि 3 से 5 भीगे हुए बादाम को डाइट में शामिल करने से क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।
पाचन को सुधारने में है सहायक
भीगे हुए बादाम पाचन प्रक्रिया को सुविधाजनक आपके भोजन के पाचन को बेहतर और तेज बना सकते हैं। दरअसल, सूखे बादाम की बाहरी परत सख्त होती है, जिसे पचाने में कठिनाई होती है। हालांकि, भिगोने से बादाम में पोषक तत्व सक्रिय हो जाते हैं, वे अधिक आसानी से पचते हैं। भीगे हुए बादाम लाइपेज (एक लिपिड-ब्रेकिंग एंजाइम) भी छोड़ते हैं, जो भोजन में मौजूद वसा पर काम करके पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में कारगर हैं।
वजन घटाने में भी है कारगर
भीगे हुए बादाम का सेवन मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है और मोटापे का खतरा कम हो सकता है। इसमें फाइटोन्यूट्रिएंट्स जैसे खास तत्व मौजूद होते हैं, जो बढ़ते वजन को कम करने में प्रभावी हो सकते हैं। एक शोध के अनुसार, भीगे हुए बादाम फाइबर युक्त भी होते हैं, जो पेट को भरा हुआ महसूस कराता है। इन वजहों से डाइट में भीगे हुए बादाम को शामिल करना लाभदायक है।
मस्तिष्क के लिए हैं फायदेमंद
भीगे हुए बादाम में एल-कार्निटाइन होता है। यह नई मस्तिष्क कोशिकाओं के उत्पादन और विकास में मदद कर सकता है। इन बादाम में फेनिलएलनिन भी होता है, जो संज्ञानात्मक कार्य और याददाश्त में सुधार कर सकता है। इसके अतिरिक्त ये विटामिन-E और विटामिन-B6 से भरपूर होते हैं, जो याददाश्त को सुरक्षित रखने, अल्जाइमर रोग के जोखिम कम करने और मस्तिष्क कोशिकाओं में प्रोटीन को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं।
खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कर सकते हैं नियंत्रित
भीगे हुए बादाम मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो खून में खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम कर सकते हैं। बता दें कि खराब कोलेस्ट्रॉल का अधिक स्तर हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकता है। भीगे हुए बादाम में मौजूद विटामिन-E शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकता है। इनमें पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज भी होते हैं, जो ब्लड प्रेशर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
मधुमेह को नियंत्रित करने में कर सकते हैं मदद
मधुमेह को नियंत्रित करने में भी भीगे हुए बादाम का सेवन अहम भूमिका निभा सकता है। एक शोध के अनुसार, इनमें अघुलनशील फाइबर मौजूद होता है। इससे ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। एक अन्य शोध में कहा गया है कि भीगे हुए बादाम में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स में भी मधुमेह को नियंत्रित करने की क्षमता होती है। इस लिहाज से बादाम को डाइट में शामिल करना लाभदायक हो सकता है।