क्या है पहली नमो भारत रैपिड रेल की खासियत, जिसको प्रधानमंत्री मोदी ने दिखाई हरी झंडी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को देश को पहली नमो भारत रैपिड रेल (वंदे मेट्रो) की सौगात दी है। उन्होंने शाम को गुजरात की राजधानी अहमदाबाद और भुज के बीच चलने वाली इस ट्रेन के साथ कई अन्य वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। आम लोगों को इसकी सुविधा प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन यानी 17 सितंबर से मिलना शुरू होगी। आइए देश की पहली नमो भारत रैपिड रेल की खासियतों के बारे में जानते हैं।
उद्घाटन से पहले बदला ट्रेन का नाम
अब तक इस ट्रेन का वंदे मेट्रो के नाम से प्रचार किया जा रहा था, लेकिन उद्घाटन से कुछ घंटे पहले सरकार ने इसका नाम बदलकर नमो भारत रैपिड रेल कर दिया। हालांकि, नाम बदलने के पीछे का कारण अभी सामने नहीं आया है।
उत्सव के इस दौर में विकास का जश्न जारी- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा, "हर कोई गणेश उत्सव मना रहा है। आज मिलाद उन-नबी भी मनाया जा रहा है। देशभर में कई त्यौहार मनाए जा रहे हैं। उत्सव के इस दौर में विकास का जश्न भी जारी है।" उन्होंने आगे कहा, "आज यहां 8,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। आज देश की पहली नमो भारत रैपिड रेल का भी उद्घाटन किया गया है।"
क्या होगा पहली नमो भारत रैपिड रेल का मार्ग?
देश की पहली नमो भारत रैपिड रेल का संचालन अहमदाबाद से भुज के बीच किया जाएगा। यह ट्रेन साबरमती, चांदलोडिया, वीरमगाम, ध्रांगध्रा, हलवद, समाखियाली, भचाऊ, गांधीधाम और अंजार स्टेशनों ठहराव करते हुए करीब 360 किलोमीटर का सफर करेगी। इस सफर को पूरा करने में 5 घंटे 45 मिनट का समय लगेगा। यह ट्रेन उन लोगों के लिए लाइफलाइन का काम करेगी, जो गांव और छोटे कस्बों से बड़े शहरों में नौकरियां करने के लिए रोजाना आते-जाते हैं।
30 रुपये होगा ट्रेन का न्यूनतम किराया
नमो भारत रैपिड रेल का न्यूनतम किराया 30 रुपये तय किया गया है। इसके अलावा सीजन टिकट की व्यवस्था भी रखी गई है, जो कि साप्ताहिक, पाक्षिक और मासिक रूप से खरीदे जा सकेंगे। हालांकि, सरकार ने अभी इस ट्रेन में यात्रा कराने वालों के लिए किराए में कोई छूट नहीं रखी है। इस ट्रेन से भुज से अहमदाबाद या अहमदाबाद से भुज तक की यात्रा करने पर लोगों को किराए के रूप में कुल 455 रुपये चुकाने होंगे।
कितनी होगी ट्रेन की रफ्तार?
इस ट्रेन को 200 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पटरियों पर दौड़ने में समक्ष बनाने के लिहाज से डिजाइन किया गया है। हालांकि, अभी इसकी अधिकतम रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है। पश्चिम रेलवे के अनुसार, शुरुआत में इस ट्रेन में 12 कोच लगाए जाएंगे और आगे चलकर इनकी संख्या को 16 तक पहुंचाया जा सकेगा। 12 कोच वाली इस ट्रेन में एकसाथ 1,150 यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी।
क्या है नमो भारत रैपिड रेल की खासियत?
इस ट्रेन को टक्कर रोधी 'कवच' जैसी उन्नत सुरक्षा प्रणाली से सुसज्जित किया गया है। जिससे आपात स्थिति में ट्रेन में स्वचालित ब्रेक लगेंगे। इसके सभी कोच वातानुकूलित होंगे, जिनमें केंद्रीकृत नियंत्रित स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे, मॉड्यूलर इंटीरियर, निरंतर LED लाइटिंग, वैक्यूम निकासी के साथ शौचालय, रूट मैप इंडिकेटर, पैनोरमिक विंडो, CCTV और फोन चार्जिंग सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा इसमें अलार्म सिस्टम और एरोसोल-आधारित अग्निशामक प्रणाली के साथ स्वचालित धुआं या आग का पता लगाने की सुविधा भी दी गई है।
सप्ताह में 6 दिन होगा ट्रेन का संचालन
पश्चिमी रेलवे के अनुसार, ट्रेन संख्या 94801 अहमदाबाद-भुज शनिवार को छोड़कर सप्ताह के सभी दिन शाम 17:30 बजे अहमदाबाद से रवाना होगी और उसी दिन रात 23:10 बजे भुज पहुंचेगी। इसका संचालन 17 सितंबर से शुरू होगा। इसी तरह ट्रेन संख्या 94802 भुज-अहमदाबाद रविवार को छोड़कर सप्ताह के सभी दिन सुबह 05:05 बजे भुज से रवाना होगी और उसी दिन सुबह 10:50 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी। इसका संचालन 18 सितंबर से शुरू होगा।
प्रधानमंत्री ने 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेनों को भी दिखाई हरी झंडी
प्रधानमंत्री मोदी ने नमो भारत रैपिड रेल के अलावा नागपुर से सिकंदराबाद, कोल्हापुर से पुणे, आगरा कैंट से बनारस, दुर्ग से विशाखापट्टनम, पुणे से हुबली और वाराणसी से दिल्ली तक चलने वाली पहली 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई। इसके अलावा उन्होंने अहमदाबाद मेट्रो रेल एक्सटेंशन के दूसरे चरण का भी उद्घाटन किया। यह चरण गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (GMRC) गुजरात और केंद्र सरकार के सहयोग से विकसित किया गया है।