NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / लगातार बढ़ रहे दिहाड़ी मजदूरों की आत्महत्या के मामले, बीते साल 32,563 ने ली अपनी जान
    अगली खबर
    लगातार बढ़ रहे दिहाड़ी मजदूरों की आत्महत्या के मामले, बीते साल 32,563 ने ली अपनी जान

    लगातार बढ़ रहे दिहाड़ी मजदूरों की आत्महत्या के मामले, बीते साल 32,563 ने ली अपनी जान

    लेखन प्रमोद कुमार
    Sep 06, 2020
    11:49 am

    क्या है खबर?

    देश में आत्महत्या करने वाले लोगों में दिहाड़ी मजदूरों का हिस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। छह साल पहले की तुलना में 2019 में यह दोगुना होकर 23.4 प्रतिशत पर पहुंच गया है।

    राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, पिछले साल देशभर में कुल 1,39,563 लोगों ने आत्महत्या की थी। इनमें से लगभग एक चौथाई 32,563 लोग दिहाड़ी मजदूर थे।

    बता दें दिहाड़ी मजदूरों के आंकड़ों में खेतों में काम करने वाले मजदूर शामिल नहीं हैं।

    जानकारी

    तमिलनाडु में सबसे ज्यादा मजदूरों ने की आत्महत्या

    बीते साल के NCRB के आंकड़ों के मुताबिक, सबसे ज्यादा 5,186 दिहाड़ी मजदूरों ने आत्महत्या की। इसके बाद महाराष्ट्र में 4,128, मध्य प्रदेश में 3,964, तेलंगाना में 2,858 और केरल में 2,809 दिहाड़ी मजदूरों ने आत्महत्या की थी।

    NCRB रिपोर्ट

    कम हो रहे हैं खेती से जुड़े मजदूरों की आत्महत्या के मामले

    दिहाड़ी मजदूरों के बाद 'गृहणियों' ने सबसे ज्यादा आत्महत्या की। NCRB के मुताबिक, बीते साल 21,559 गृहणियों ने आत्महत्या की थी, जो कुल आंकड़े का 15.4 प्रतिशत हिस्सा है।

    दूसरी तरफ अच्छी खबर यह है कि खेती के कामों में लगे मजदूरों की आत्महत्या का आंकड़ा धीरे-धीरे घटना जा रहा है।

    बीते साल हुई अपनी जान लाने वाले कुल 1,39,563 लोगों में से सिर्फ 3.1 खेती-किसानी से जुड़े मजदूर थे।

    चिंता

    2014 के बाद से लगातार बढ़ रहा है दिहाड़ी मजदूरों की आत्महत्या का प्रतिशत

    NCRB ने साल 2014 से दिहाड़ी मजदूरों की 'हादसों में हुई मौत और आत्महत्या' के अलग-अलग आंकड़े जुटाना शुरू किया था।

    उस साल अपनी जान खुद लेने वाले कुल लोगों में से 12 प्रतिशत दिहाड़ी मजदूर थे। इसके बाद से यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।

    2015 में यह आंकड़ा बढ़कर 17.8 प्रतिशत, 2016 में 19.2 प्रतिशत, 2017 में 22.1 प्रतिशत, 2018 में 22.4 प्रतिशत और 2019 में 23.4 प्रतिशत तक पहुंच गया है।

    NCRB

    आत्महत्या के कारणों को नहीं बताती रिपोर्ट

    अगर संख्या के हिसाब से देखें तो 2014 में जहां 15,735 दिहाड़ी मजदूरों ने आत्महत्या की, वहीं पिछले साल यह संख्या दोगुने से भी ज्यादा 32,563 पर पहंच गई।

    NCRB आत्महत्या के मामलों को नौ श्रेणियों में विभाजित करता है।

    इनमें दिहाड़ी मजदूरों, गृहणियों, खेती में लगे मजदूरों के अलावा पेशेवर, छात्र, खुद का व्यापार करने वाले, रिटायर्ड कर्मचारी, बेरोजगार और अन्य लोग होते हैं।

    NCRB की यह रिपोर्ट सिर्फ आत्महत्या करने वाले लोगों का पेशा बताती है।

    जानकारी

    आत्महत्या करने वालों में 10.1 प्रतिशत बेेरोजगार

    वहीं पिछले साल आत्महत्या करने वाले लोगों में 10.1 प्रतिशत बेरोजगार थे। यह संख्या पिछले 25 सालों में पहली बार दहाई के अंकों में पहुंची है। 2018 में 12,936 बेरोजगार लोगों ने आत्महत्या की थी, जो पिछले साल बढ़कर 14,019 हो गई।

    आत्महत्या

    तीन साल में 4.03 लाख लोगों ने की आत्महत्या

    NCRB के रिकॉर्ड के अनुसार भारत में 2017-2019 के बीच कुल 4,03,526 लोगों ने आत्महत्याएं की हैं।

    इनमें सबसे ज्यादा आत्महत्या साल 2019 में 1,39,123 लोगों ने की थी। इसी तरह साल 2018 में 1,34,516 और 2017 में 1,29,887 लोगों ने आत्महत्या की थी।

    इसके हिसाब से साल 2019 में प्रतिदिन औसतन 381, साल 2018 में 368 और साल 2017 में 355 लोगों ने आत्महत्या की थी। यह देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    किसान
    राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो
    आत्महत्या

    ताज़ा खबरें

    अडाणी एनर्जी बोर्ड ने 4,300 करोड़ रुपये जुटाने को दी मंजूरी, जानिए क्या है योजना  अडाणी समूह
    गाजा में राहत सामग्री लेने जा रहे फिलिस्तीनियों पर हमला, 40 लोगों की मौत इजरायल
    रोहित शेट्टी एक्शन के बाद हॉरर से मचाएंगे धमाल, पहली बार नुसरत भरूचा पर लगाएंगे दांव रोहित शेट्टी
    कोरोना वायरस के मामले 3,700 पार, फ्लू और कोविड के लक्षणों में कैसे पहचानें अंतर? कोरोना वायरस

    किसान

    अपनी मांगो को लेकर दिल्ली में जुटे देशभर के हज़ारो किसान, आज करेंगे संसद मार्च दिल्ली
    किसान को 750 किलो प्याज के बदले मिले केवल 1,064 रुपये, प्रधानमंत्री को भेजा पूरा पैसा नरेंद्र मोदी
    महाराष्ट्रः 2,657 किलोग्राम प्याज बेचकर किसान को मिले मात्र 6 रुपये, मुख्यमंत्री को भेजी कमाई महाराष्ट्र
    कैंसर इलाज के लिए न्यूयॉर्क गए वित्त मंत्री अरुण जेटली, बजट के लिए वापसी मुश्किल कैंसर

    राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो

    NCRB ने जारी किए अपराध संबंधी आंकड़े, इस राज्य में देशद्रोह के सबसे ज्यादा मामले दिल्ली
    गांजा पीने के लिए कारखाने में घुसे चार लोग, मालिक ने रोका तो कर दी हत्या महाराष्ट्र
    पुलिसवालों को ही नहीं पता कानून, बच्चों के रेप के 57% मामलोें में नहीं लगाया POCSO रेप
    भारत में हर रोज 96 बच्चे होते हैं यौन शोषण और अत्याचार के शिकार भारत की खबरें

    आत्महत्या

    केरल: छह लोगों को मारने वाली जॉली थॉमस ने जेल में किया आत्महत्या का प्रयास केरल
    तेलंगाना: बेटी का शव लेने पहुंचे पिता को पुलिस ने मारी लात, घटना का वीडियो वायरल तेलंगाना
    गाजियाबाद: घर में पति-पत्नी और दो बच्चों के मिले शव, दिवार पर लिखा मौत का कारण उत्तर प्रदेश
    प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात में प्रतिदिन होती हैं 20 आत्महत्याएं, गुजरात विधानसभा में गूंजा मुद्दा नरेंद्र मोदी
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025