सिक्किम बाढ़: 7 सैनिकों समेत अब तक 53 लोगों की मौत, 140 से ज्यादा लापता
सिक्किम में बादल फटने के कारण तीस्ता नदी में आई बाढ़ में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई है। इसमें सेना के 7 जवान भी शामिल हैं, जबकि 140 से अधिक लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। राज्य में बाढ़ के कारण हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। यहां लापता लोगों को ढूंढने के लिए भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और वायुसेना बड़े पैमाने पर राहत बचाव अभियान चला रही है।
विभिन्न स्थानों में फंसे हुए हैं 3,000 से अधिक पर्यटक
सिक्किम सरकार ने बताया है कि तीस्ता नदी में आई बाढ़ के कारण 25,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि बाढ़ की चपेट में आकर 1,173 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यहां अलग-अलग इलाकों में अभी भी 3,000 से अधिक पर्यटक फंसे हुए हैं और 2,413 लोगों को अब तक सुरक्षित बचा लिया गया है। इसके अलावा करीब 6,875 लोग राज्यभर में बनाए गए 22 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने पुनर्वास और राहत बचाव कार्यों के लेकर की बैठक
शुक्रवार को मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग की अध्यक्षता में बाढ़ प्रभावितों के पुनर्वास और राहत बचाव कार्यों को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। बैठक में चुंगथांग तक सड़क संपर्क मार्ग खोलने को प्राथमिकता दी गई है, जबकि अधिकारियों ने बताया कि नागा से टूंग तक सड़क का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है।
घटिया निर्माण के कारण टूटा चुंगथांग बांध- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री तमांग ने बादल फटने की वजह से आई भीषण बाढ़ में चुंगथांग बांध के टूटने के लिए उसके घटिया निर्माण को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पवन चामलिंग की सरकार में हुए घटिया निर्माण के कारण ही बांध टूट गया। उन्होंने कहा कि इस बाढ़ ने सबसे ज्यादा उत्तरी सिक्किम को नुकसान पहुंचाया है, जिसके कारण कई जिलों के बीच सड़क संपर्क टूट गया और कई पुल बह गए हैं।
खराब मौसम के कारण राहत बचाव कार्य प्रभावित
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले 5 दिनों में मंगन जिले के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है, जबकि लाचेन और लाचुंग में इन अवधि के दौरान आमतौर पर बादल छाए रहेंगे। इससे राज्य में फंसे 3,000 से अधिक पर्यटकों को हेलीकॉप्टर से बाहर निकालना चुनौतीपूर्ण कार्य बना हुआ है। पिछले 2 दिनों में लाचेन और लाचुंग में मौसम खराब होने के कारण भारतीय वायुसेना के MI-17 हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे हैं।
गृह मंत्रालय ने राहत कार्यों के लिए 44.8 करोड़ रुपये की दी मंजूरी
इसी बीच शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिक्किम में बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) के केंद्रीय हिस्से से अग्रिम रूप से 44.8 करोड़ रुपये जारी करने की मंजूरी दे दी है। इसके अलावा गृह मंत्रालय ने प्रभावित इलाकों का दौरा करने और नुकसान का आकलन करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (IMCT) का भी गठन किया है।
न्यूजबाइट्स प्लस
चुंगथांग बांध सिक्किम की सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना है और यह 1,200 मेगावाट की तीस्ता चरण III जलविद्युत परियोजना का हिस्सा है। बांध की कुल ऊंचाई 817 मीटर और नेट हेड 778 मीटर था। शुरुआत में इसके लिए लगभग 5,700 करोड़ रुपये की लागत का बजट रखा गया था। फरवरी, 2017 में जब इसे चालू किया गया, तब इसकी लागत 14,000 करोड़ रुपये से भी अधिक पहुंच गई थी। इस परियोजना में सिक्किम सरकार की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत है।