हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश का रेड अलर्ट, 50 से अधिक की मौत
क्या है खबर?
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया, जिसमें कहा गया कि अगले 24 घंटों में दोनों राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण दोनों पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने जैसी घटनाओं में 50 से अधिक लोगों की जान चली गई और अभी भी उन्हें राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
मौसम
हिमाचल में 2 दिन भारी बारिश की संभावना
IMD ने अगले 2 दिनों के दौरान हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना जताई है। मंगलवार को मंडी जिले के गोहर में 139.0 मिमी बारिश दर्ज की गई, वहीं हमीरपुर जिले के सुजानपुर टीरा में 133.0 मिमी बारिश दर्ज हुई।
IMD ने अगले 4-5 दिनों में उत्तराखंड और पूर्वोत्तर भारत में भारी से मध्यम बारिश की संभावना भी जताई है। इसके अलावा IMD ने कहा कि पहाड़ी राज्यों में रेड अलर्ट अंततः घटकर ऑरेंज अलर्ट हो जाएगा।
मौत
हिमाचल में अब तक 55 लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में सोमवार को समर हिल इलाके और फागली वार्ड में हुए भूस्खलन की चपेट में आकर कई लोग मलबे के नीचे दब गए थे। राहत और बचावकर्मियों ने बड़ी मशक्कत के बाद अब तक 14 शव बरामद किए हैं।
इसके अलावा मंडी जिले में भी भूस्खलन की चपेट में आकर 24 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि सोलन में 10 और कांगड़ा में 3, हमीरपुर 3 और चंबा में एक की मौत हुई है।
हिमाचल
राहत और बचाव कार्य में सेना भी शामिल
हिमाचल प्रदेश में आई आपदा के बाद भारतीय सेना के साथ-साथ SDRF, NDRF, ITBP और राज्य पुलिस के जवान राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुई हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, मानसून की शुरुआत के बाद से राज्य को अब तक 7,171 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
इस मानसून में राज्य में बादल फटने और भूस्खलन की कुल 170 घटनाएं सामने आई हैं और लगभग 9,600 घर आंशिक या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
मुख्यमंत्री
आपदा के चलते हिमाचल में स्वतंत्रता दिवस पर हुआ साधारण समारोह
हिमाचल में आई आपदा के कारण स्वतंत्रता दिवस पर एक साधारण समारोह आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य में आई आपदा के मद्देनजर यहां कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा, "सोमवार को राज्य में भूस्खलन और बारिश से संबंधित दुर्घटनाओं में लगभग 55 लोगों की मौत हो गई। अभी मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। हम फंसे हुए लोगों को बचाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।"
उत्तराखंड
उत्तराखंड में क्या स्थिति?
उत्तराखंड के पौड़ी जिले में सोमवार को लक्ष्मण झूला क्षेत्र में मोहनचट्टी स्थित एक रिजॉर्ट भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिसके कारण एक ही परिवार के 4 से 5 सदस्य मलबे में दब गए थे। इनमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 4 अन्य के मलबे में फंसे होने की आशंका है।
उत्तराखंड SDRF के अधिकारियों ने बताया कि राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 3 लोगों की मौत हुई है और 10 लोग लापता हैं।
जोशीमठ
जोशीमठ में भू-धंसाव के कारण 16 परिवारों को खतरा
उत्तरांखड में भारी बारिश के कारण बद्रीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री मंदिरों की ओर जाने वाली सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। इसके चलते यहां 2 दिनों तक एहतियातन चारधाम यात्रा को स्थगित किया गया है।
राज्य में लगातार बारिश के कारण जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते ताजा दरारें दिखाई दीं, जिससे स्थानीय लोगों में डर बढ़ गया है। यहां सुनील गांव में 16 परिवार खतरे की जद में हैं। क्षेत्र में बड़े भूस्खलन का खतरा भी बना हुआ है।
धामी
मुख्यमंत्री धामी ने प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बयान जारी कर कहा, "क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण पिछले 48 घंटों में कई जगह क्षति हुई है। सड़कें बह गईं और कई जगह पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिसके कारण चारधाम यात्रा अगले 2 दिनों के लिए रोक दी गई है।"
उन्होंने कहा, "बारिश के कारण गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन और SDRF को अलर्ट पर रखा गया है।"