भारत में बाघों की आबादी 200 बढ़कर 3,167 पर पहुंची, प्रधानमंत्री मोदी ने जारी किए आंकड़े
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मैसूर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने देश में बाघों की जनसंख्या के ताजा आंकड़े जारी किए। इसके मुताबिक, भारत में 2022 तक बाघों की आबादी 3,167 पहुंच गई है, जो पिछली बार के 2,967 के आंकड़े से 200 ज्यादा है। प्रधानमंत्री ने बाघों की संख्या में बढ़ोतरी को देश के लिए गर्व का पल बताया। उन्होंने कहा कि प्रकृति की रक्षा करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है।
दुनिया के कुल बाघों में से 75 प्रतिशत भारत में- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने न केवल बाघों को बचाया है बल्कि इन्हें फलने-फूलने के लिए एक उत्कृष्ट पारिस्थितिकी तंत्र भी दिया है। उन्होंने कहा, "प्रकृति की रक्षा करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता न केवल भारत के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए गर्व का विषय है। भारत ने आजादी के 75 वर्ष पूरे कर लिए हैं। दुनिया में बाघों की आबादी का 75% हिस्सा भारत में है।"
प्रधानमंत्री ने IBCA को भी लॉन्च किया
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान इंटरनेशनल बिग कैट्स अलायंस (IBCA) को भी लॉन्च किया। बता दें, IBCA दुनिया की 7 बिग कैट्स को बचाने और उनके संरक्षण का काम करेगा। इसके लिए उन देशों की मदद ली जाएगी, जहां इस तरह की प्रजातियां पाई जाती हैं। 2019 में प्रधानमंत्री ने वैश्विक नेताओं के साथ मिलकर एशिया में जानवरों के अवैध शिकार और व्यापार पर अंकुश लगाने की पहल की थी। इसी को लेकर अब IBCA की शुरुआत की गई है।
प्रधानमंत्री ने खुली जीप में लिया जंगल सफारी का आनंद
प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले बांदीपुर टाइगर रिजर्व में खुली जीप में बैठकर जंगल सफारी का आनंद लिया। इस दौरान हैट, टी-शर्ट और ट्राउजर पहने मोदी का लुक बदला हुआ नजर आया। उनके इस लुक के सोशल मीडिया पर खूब चर्चे हो रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी बांदीपुर रिजर्व में फ्रंटलाइन फील्ड स्टाफ से भी मिले। इसके बाद उन्होंने संरक्षण गतिविधियों में शामिल स्वयं सहायता समूहों के साथ बातचीत भी की।
प्रधानमंत्री ने हाथी शिविर का भी दौरा किया
प्रधानमंत्री मोदी चामराजनगर जिले की सीमा से सटे तमिलनाडु स्थित मुदुमलाई बाघ अभयारण्य में थेप्पाकडू हाथी शिविर का भी दौरा करेंगे। इस शिविर का मुख्य आकर्षण हाथी रघु है, जिस पर बनी फिल्म 'द एलिफेंट व्हिसपरर्स' को ऑस्कर पुरस्कार मिला है।
प्रधानमंत्री ने हाथी शिविर में हाथी को गन्ना भी खिलाया
क्या है प्रोजेक्ट टाइगर?
भारत सरकार ने 1 अप्रैल 1973 को भारत में बाघों की लगातार घटती आबादी को बचाने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की थी। इंदिरा गांधी सरकार ने 1973 में उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से इस परियोजना को शुरू किया था। शुरुआत में भारत में केवल 9 टाइगर रिजर्व इस परियोजना के अंडर आते थे। वर्तमान में परियोजना के तहत देश के 18 राज्यों में फैले हुए 50 टाइगर रिजर्व को शामिल किया गया है।