'भीड़' के विरोध पर अनुभव सिन्हा का बयान, बताया ट्रेलर से क्यों हटाई प्रधानमंत्री की आवाज
अनुभव सिन्हा अपनी फिल्म 'भीड़' को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। जब से फिल्म का ट्रेलर जारी हुआ है, यह विवादों में घिर गई है। कोरोना वायरस के दौरान लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के सामने आई परेशानियों को दिखाती इस फिल्म को "भारत विरोधी" कहा जा रहा है। ऐसे में निर्माताओं ने ट्रेलर में बदलाव कर उसमें से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आवाज को हटा दिया। अब सिन्हा ने 'भीड़' को लेकर हो रहे विरोध पर बयान दिया है।
इसलिए हो रहा भीड़ का विरोध
'भीड़' में कोरोना महामारी के दौरान लोगों के सामने आई परेशानी की तुलना 1947 में हुए देश के विभाजन से की गई है, जिसको लेकर विरोध जताया जा रहा है। ट्रेलर ने विभाजन की भयावहता, 1947 के गंभीर दृश्यों और 2020 के लॉकडाउन के दौरान की तस्वीरों के साथ एक वॉयस ओवर में कहा गया था, "देश में एक बार फिर हुआ था बटवारा, 2020 में.."। इसी लाइन पर आपत्ति जताते हुए फिल्म को "भारत विरोधी" कहा गया।
बदलाव के साथ दोबारा रिलीज हुआ ट्रेलर
विरोध के बाद निर्माता और प्रस्तुतकर्ता भूषण कुमार ने कथित तौर पर 'भीड़' से खुद को दूर कर लिया। उनकी कंपनी का नाम टी-सीरीज पोस्टर और सोशल मीडिया टैग से गायब हो गया। यहां तक कि फिल्म का ट्रेलर, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री के लॉकडाउन की घोषणा के साथ और पुलिस द्वारा प्रवासी श्रमिकों को पीटने के दृश्यों के साथ हुई थी, को हटा दिया गया था। अब नए ट्रेलर में किसी और की आवाज सुनाई देती है।
हर फिल्म चुनौतियों से गुजरती है- सिन्हा
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री के वॉइस ओवर को हटाने के बारे में सिन्हा ने कहा, "ट्रेलर में और भी बदलाव हैं, लेकिन यह बड़ी खबर बन गई।" जब निर्देशक से कहा गया कि यह सबसे बड़ा बदलाव है, तो उन्होंने हामी भरी, लेकिन कहा, "हर फिल्म इस तरह की चुनौतियों से गुजरती है। फिल्म 'थप्पड़' में मैं अमृता प्रीतम की कविता का इस्तेमाल करना चाहता था, लेकिन रिलीज से एक दिन पहले मुझे इसे बदलना पड़ा।"
'भीड़' की कहानी के बारे में बात करने की दी सलाह
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सिन्हा ने कहा, "इससे किसी को फर्क नहीं पड़ा, क्यों? मुझे रातों-रात एक कविता लिखनी पड़ी, पंजाबी लिप सिंक के साथ। मैं दिल्ली में था, कुमुद मिश्रा मुंबई से इसकी डबिंग कर रहे थे। यह एक दिलचस्प कहानी है, प्रधानमंत्री का वॉयस ओवर हटाना नहीं।" उन्होंने कहा, "हम भीड़ की कहानी की बात करते हैं। मैं लोगों का ध्यान भीड़ की कहानी से दूर नहीं करना चाहता, क्योंकि यह अधिक दिलचस्प है।"
राष्ट्र-विरोधी कह देने से नहीं पड़ता फर्क
फिल्म के ट्रेलर को देखकर सोशल मीडिया पर एक वर्ग के लोगों को लगा था कि इसमें विभाजन को लाकर जानबूझकर इसे सनसनीखेज बनाने का प्रयास किया गया। हालांकि, सिन्हा ने कहा कि ट्विटर पर लोग जो महसूस करते हैं, उसे वह गंभीरता से नहीं लेते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वह 'मुल्क' और 'आर्टिकल 15' जैसे फिल्में बनाने के बाद वह राष्ट्र-विरोधी करार किए जाने के आदी हो गए हैं। ऐसे में अब उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
ये सितारे हैं 'भीड़' में शामिल
सिन्हा के निर्देशन में बनी 'भीड़' में राजकुमार राव मुख्य भूमिका में हैं। इनके अलावा भूमि पेडनेकर, दीया मिर्जा, पंकज कपूर, आशुतोष राणा, वीरेंद्र सक्सेना, आदित्य श्रीवास्तव, कृतिका कामरा और करण पंडित फिल्म में शामिल हैं। फिल्म 24 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।