प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में किया देश के सबसे बड़े सम्मेलन केंद्र 'भारत मंडपम' का उद्घाटन
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के प्रगति मैदान में पुनर्विकसित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संवर्धन संगठन (ITPO) कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। इसे अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी सह-सम्मेलन केंद्र (IECC) 'भारत मंडलम' नाम दिया गया है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत मंडपम को देखकर हर भारतीय गर्व महसूस कर रहा है और यह भारत के सामर्थ्य और नई उर्जा का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद यहां G-20 सम्मेलन होगा और दुनिया भारत का बढ़ता कद देखेगी।
बयान
मेरे तीसरे कार्यकाल में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा- मोदी
ड्रोन के जरिए भारत मंडपम का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनके पहले कार्यकाल में भारत दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, वहीं दूसरे कार्यकाल में वह 5वें स्थान पर पहुंच गया।
उन्होंने कहा कि वह ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर कह रहे हैं कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और यह मोदी की गारंटी है।
उन्होंने कहा कि भारत ने करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है।
राजनीति
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर भी साधा निशाना
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर बिना नाम लिए विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्होंने भारत मंडपम के निर्माण को रोकने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, "इस निर्माण को रोकने के लिए नकारात्मक सोच वालों ने क्या-क्या कोशिशें नहीं कीं। अदालतों के चक्कर काटे थे। कुछ लोगों की फितरत होती है हर अच्छे काम को रोकने और टोकने की। जब कर्तव्य पथ पर बन रहा था तो अखबार और ब्रेकिंग न्यूज में न जाने क्या-क्या चल रहा था।"
परिचय
क्या है भारत मंडपम?
भारत मंडपम एक सम्मेलन केंद्र है, जिसे प्रगति मैदान स्थित पुराने ITPO कॉम्प्लेक्स का पुनर्विकास करके बनाया गया है।
इसे प्रगति मैदान पुनर्विकास परियोजना के तहत विकसित किया गया है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी की ही सरकार ने जनवरी, 2017 में मंजूरी दी थी।
इस पर लगभग 2,700 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं और ये 123 एकड़ में फैला हुआ है। ये भारत का सबसे बड़ा सम्मेलन केंद्र है, वहीं दुनिया के 10 सबसे बड़े सम्मेलन केंद्रों में शामिल है।
विशेषताएं
क्या हैं केंद्र की विशेषताएं?
भारत मंडपम में 24 बैठक कक्ष, लाउंज, 2 ऑडिटोरियम, एम्फीथिएटर और व्यापार केंद्र है, जो इसे कई तरह के कार्यक्रमों की मेजबानी के लायक बनाते हैं। यहां 4,800 वाहन पार्किंग में खड़े हो सकते हैं।
इसके बहुउद्देश्यीय सभागार और प्लेनरी हॉल की संयुक्त क्षमता 7,000 लोगों की है, जो ऑस्ट्रेलिया के सिडनी ओपेरा हाउस की बैठने की क्षमता से बड़ी है। इसके शानदार एम्फीथिएटर में 3,000 व्यक्ति बैठ सकते हैं।
इसी कॉम्प्लेक्स में G-20 शिखर सम्मेलन होगा।
डिजाइन
भारतीय कला औ संस्कृत को अपने अंदर समेटे हुए है केंद्र का वास्तुशिल्प
भारत मंडपम की डिजाइन और वास्तुशिल्प भारतीय विरासत से प्रेरित है।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, इमारत का आकार 'शंख' से प्रेरित है। इसकी दीवारों पर भारतीय कला और संस्कृति के कई तत्वों को उकेरा गया है, जिनमें 'सूर्य शक्ति', 'जीरो टू ISRO' और 'पंच महाभूत' आदि शामिल हैं।
सूर्य शक्ति सौर ऊर्जा के क्षेत्र में देश के प्रयासों को दर्शाती है, वहीं पंच महाभूत ब्रह्माण के 5 मूल तत्वों, आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी, को दर्शाते हैं।