जम्मू-कश्मीर: दुर्घटनावश बम फटने से सेना के कैप्टन और नायब-सूबेदार की मौत, पांच जवान घायल
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास दुर्घटनावश बम फटने से सेना के एक कैप्टन और नायब-सूबेदार (JCO) की मौत हो गई।
मृतक कैप्टन का नाम आनंद बताया जा रहा है, वहीं JCO का नाम भगवान सिंह था।
घटना में पांच अन्य जवान घायल हुए हैं और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बम अचानक से कैसे फटा, इसके बारे में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
घटना
रविवार रात जवानों के ड्यूटी देते समय हुई घटना
सेना के जनसंपर्क अधिकारी के बयान के अनुसार, घटना रविवार रात पुंछ के मेंढर सेक्टर में हुई। घटना के समय सेना के जवान अपनी ड्यूटी दे रहे थे, तभी अचानक से एक ग्रेनेड फट गया।
कैप्टन आनंद और JCO सिंह समेत सभी घायल जवानों को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से तुरंत ऊधमपुर ले जाया गया।
यहां डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद कैप्टन और JCO को नहीं बचाया जा सका। अन्य घायलों का इलाज जारी है।
अन्य घटना
शुक्रवार को पुंछ में ही एक जवान ने साथियों पर की थी फायरिंग
बता दें कि तीन दिन पहले पुंछ में सेना के एक जवान ने फायरिंग कर अपने ही दो साथियों को मार दिया था। ये घटना सुरनकोट स्थित सेना के एक कैंप में हुई थी।
आरोपी जवान की बाकी जवानों से किसी बात को लेकर झड़प हो गई थी, जिसके बाद उसने शुक्रवार सुबह लगभग 5:30 बजे अपने साथियों पर फायरिंग कर दी।
फायरिंग में दो जवान घायल भी हुए। आरोपी जवान ने भी अपने पेट में गोली मार ली थी।
आतंकी हमले
इस महीने सुरक्षाबलों पर हो चुके हैं दो आतंकी हमले
आतंकी हमलों की बात करें तो इस महीने सुरक्षाबलों पर अब तक दो आतंकी हमले हो चुके हैं।
सबसे पहले 12 जुलाई को श्रीनगर के लाल बाजार इलाके में पुलिस की नाका पार्टी पर हमला हुआ था। इस हमले में पुलिस के सहायक सब इंस्पेक्टर मुश्ताक अहमद शहीद हो गए, जबकि दो जवान घायल हुए थे।
17 जुलाई को पुलवामा में भी नाका पार्टी पर हमला हुआ था जिसमें CRPF का एक जवान शहीद हुआ था।
कश्मीर में आतंकवाद
न्यूजबाइट्स प्लस
पिछले साल के मुकाबले इस साल केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में इजाफा देखने को मिला है। पिछले साल 23 मई तक जम्मू-कश्मीर में में 31 आतंकी घटनाएं दर्ज हुई थीं, वहीं इस साल मई के अंत तक ऐसी 62 घटनाएं हो चुकी थीं।
कश्मीरी पंडितों और प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं में भी वृद्धि हुई है।
सुरक्षाबलों की तरफ से चलाए जा रहे आतंक रोधी अभियानों में भी इजाफा देखने को मिला है।