'आत्मनिर्भर भारत' से कोरोना की वैक्सीन तक, जानिये प्रधानमंत्री के संबोधन की अहम बातें
क्या है खबर?
पूरा देश आज 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। यह उनका सातवां संबोधन था।
लाल किले पर पहुंचने से पहले उन्होंने पूरे देश को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी थी।
इस बार कोरोना संकट के कारण स्वतंत्रता दिवस आयोजन काफी बदला-बदला नजर आया।
आइये, जानते हैं कि देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने क्या-क्या बड़ी बातें कहीं।
जानकारी
लाल किले पर फहराया झंडा
संबोधन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराया। इसमें उनकी मदद मेजर श्वेता पांडे ने की। वह इस साल जून में रूस के मॉस्को में विजय दिवस परेड में शामिल हुई एक भारतीय सैन्य टुकड़ी का हिस्सा थीं।
संबोधन
कोरोना योद्धाओं का किया अभिवादन
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के इस मुश्किल समय में डॉक्टर, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी और अनेकों लोग चौबीसों घंटे अपने जीवन की परवाह किए बिना सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "हम अगले वर्ष अपनी आजादी के 75वें साल में प्रवेश कर जाएंगे। यह हमारे सामने एक बहुत बड़ा पर्व है।"
देश के नाम संबोधन
130 करोड़ भारतीयों ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प किया- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत का भी प्रमुखता से जिक्र किया।
उन्होंने कहा, "कोरोना संकट के बीच 130 करोड़ भारतीयों ने आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लिया है। हमें पूरा भरोसा है कि भारत इस सपने को पूरा करके रहेगा। मुझे अपने देश के सामर्थ्य पर भरोसा है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आखिर कब तक हमारे ही देश से गया कच्चा माल तैयार होकर उत्पाद के रूप में भारत में लौटता रहेगा।"
देश के नाम संबोधन
आत्मनिर्भर भारत के सामने लाख चुनौतियां, लेकिन देश के पास करोड़ों समाधान- मोदी
देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं मानता हूं कि आत्मनिर्भर भारत के सामने लाखों चुनौतिया हैं और वैश्विक मुकाबले के बीच वो और बढ़ती जाएंगी।, लेकिन अगर लाखों चुनौतियां हैं तो देश के पास करोड़ों समाधान देने की शक्ति है। मेरे देशवासियों के पास इनका समाधान है।"
उन्होंने कहा कि पहले भारत में N95 मास्क और PPE किट नहीं बनते थे, लेकिन अब यहां से दूसरे देशों में भी ये भेजे जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री का संबोधन
"आजाद भारत की मानसिकता 'वोकल फॉर लोकल' होनी चाहिए"
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम संबोधन में कहा, "आजाद भारत की मानसिकता 'वोकल फॉर लोकल' होनी चाहिए। हमें हमारे स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देना चाहिए। अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो उन्हें बेहतर करने का मौका नहीं मिलेगा।"
उन्होंने कहा कि आज दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं। हमें 'मेक इन इंडिया' के साथ-साथ 'मेक फॉर वर्ल्ड' के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है।
जानकारी
जल जीवन मिशन का किया जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले साल जल जीवन मिशन की घोषणा की गई थी। पिछले एक साल से दो करोड़ परिवारों तक हम जल पहुंचाने में सफल हुए हैं। जंगलों में दूर-दूर तक रहने वाले आदिवासियों तक यह अभियान चल रहा है।
देश के नाम संबोधन
आत्मनिर्भर कृषि और आत्मनिर्भर किसान हमारी प्राथमिकता- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की अहम प्राथमिकता आत्मनिर्भर कृषि और आत्मनिर्भर किसान है। देश के किसानों को आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर देने के लिए कुछ दिन पहले ही एक लाख करोड़ रुपए का 'एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड' बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि भारत के किसान सिर्फ देश के लोगों का पेट नहीं भरते बल्कि दुनिया में जहां लोगों को जरूरत होती है, वहां के लोगों का भी पेट भरते हैं।
देश के नाम संबोधन
महिलाओं को बराबर मौके देने के लिए देश प्रतिबद्ध- मोदी
देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भी महिलाओं को मौका मिला है, उन्होंने भारत को मजबूत और गौरान्वित किया है। आज देश उन्हें बराबर मौके देने के लिए प्रतिबद्ध है। आज महिलाएं कोयले की खदानों में काम कर रही है। देश की बेटियां लड़ाकू विमानों में आसमान को छू रही है।
मोदी ने कहा कि सरकार ने महिला की शादी की न्यूनतम आयु पर फिर से विचार करने के लिए समिति बनाई है।
घोषणा
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का ऐलान
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के नाम संबोधन में नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि यह मिशन भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति लेकर आएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसके तहत नागरिकों को एक हेल्थ आईडी दी जाएगी, जिसमें नागरिकों के हर टेस्ट, हर बीमारी, डॉक्टर ने कब कौन सी दवा दी, उनके टेस्ट की रिपोर्ट्स क्या थीं समेत सभी जानकारियां शामिल होंगी।
जानकारी
कोरोना वायरस की तीन संभावित वैक्सीन्स पर चल रहा काम- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में कोरोना वायरस की तीन संभावित वैक्सीन पर काम चल रहा है। वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलते ही इनका उत्पादन शुरू हो जाएगा। हर जरूरतमंद तक कम से कम समय वैक्सीन पहुंचाने की रूपरेखा तैयार कर ली है।
देश के नाम संबोधन
देश की तरफ आंख उठाने वालों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया- मोदी
देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने नाम लिए बिना पाकिस्तान और चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि LOC से लेकर LAC तक, जिसने भी भारत की संप्रुभता पर आंख उठाई है, देश ने और देश की सेना ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया है।
उन्होंने कहा, "भारत की संप्रुभता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है। इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, ये पूरी दुनिया ने लद्दाख में देखा है।"
देश के नाम संबोधन
भारत ने असाधारण समय में असंभव को संभव किया है- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि NCC का विस्तार देश के 173 बॉर्डर और कोस्टल इलाकों तक किया जाएगा। इस अभियान के तहत लगभग एक लाख नए कैडेट्स को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें लगभग एक तिहाई लड़कियां होंगी।
उन्होंने कहा भारत ने असाधारण समय में असंभव को संभव किया है। इसी इच्छाशक्ति के साथ प्रत्येक भारतीय को आगे बढ़ना है।
उन्होंने कहा, "हमारी नीतियां, हमारे उत्पाद सब कुछ सर्वश्रेष्ठ होना चाहिए। तभी हम एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना साकार होगी।"
जानकारी
राम मंदिर का भी किया जिक्र
अपने संबोधन में राम मंदिर का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राम जन्मभूमि के सदियों पुराने विषय का शांतिपूर्ण समाधान हो चुका है। देशवासियों ने जिस संयम और समझदारी के साथ आचरण और व्यवहार किया है, वह अभूतपूर्व है।
ट्विटर पोस्ट
यहां सुनिये प्रधानमंत्री का संबोधन
Addressing the nation from the Red Fort. https://t.co/uHu73fOF17
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2020