आतंकी मसूद अजहर की भारत को धमकी- अयोध्या में राम मंदिर बना तो फैला देंगे तबाही
राम मंदिर को लेकर जहां देश में माहौल गर्म है, वहीं अब इस मामले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद भी कूद पड़ा है। जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने धमकी दी है कि अगर राम मंदिर बनता है तो दिल्ली से लेकर काबुल तक तबाही फैला देंगे। एक ऑडियो सामने आया है जिसमें अजहर कह रहा है कि अगर भारत बाबरी मस्जिद की जगह पर राम मंदिर बनाता है तो दिल्ली से काबुल तक मुसलमान लड़के बदला लेने को तैयार हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ उगला जहर
आतंकी संगठन की तरफ से जारी इस ऑडियो में अजहर कह रहा है कि हमारी बाबरी मस्जिद को तोड़कर वहां अस्थाई मंदिर बनाया गया है। वहां हिंदू लोग त्रिशूल के साथ इकट्ठा हो रहे हैं। मुसलमान लोगों को डराया जा रहा है। एक बार फिर हमें बाबरी मस्जिद बुला रही है और हम इसके लिए तैयार हैं। इस ऑडियो में उसने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ जहर उगलते हुुए कहा कि वे यह सब चुनाव के लिए कर रहे हैं।
करतारपुर कोरिडोर को लेकर भी की टिप्पणी
बाबरी मस्जिद को लेकर सामने आए 9 मिनट के इस ऑडियो में अजहर कह रहा है कि हम बाबरी मस्जिद पर नजर बनाए बैठे हैं। ऑडियो में वह कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि अगर तुम सरकारी खर्च करने का माद्दा रखते हो तो हम जान खर्च करने को तैयार हैं। इसके अलावा उसने हाल ही में पाकिस्तान द्वारा करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास कार्यक्रम में भारत सरकार के मंत्रियों को बुलाने पर भी नाराजगी व्यक्त की है।
संसद पर हमले का मास्टरमाइंड है अजहर
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को 13 दिसंबर, 2001 को हुए संसद पर हमले और 2 जनवरी, 2016 को पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के लिए जिम्मेदार माना जाता है। उसे 1994 में श्रीनगर पर हमले की योजना बनाते हुए गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन साल 1999 में कंधार विमान अपहरण कांड के बाद उसे रिहा करना पड़ा था। इसके अगले साल उसने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया। साल 2002 में पाकिस्तान सरकार ने संगठन पर बैन लगा दिया था।
आखिर क्या है राम मंदिर मामला?
6 दिसंबर, 1992 के दिन हिन्दुओं ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ढहा दिया था। हिन्दुओं का आरोप है कि भगवान राम के मंदिर को तोड़कर बाबरी मस्जिद का निर्माण हुआ था और अब वो फिर से वहां राम मंदिर का निर्माण चाहते हैं। इस विवादित जमीन का मामला सालों से कोर्ट में चल रहा हैं जो अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने मामले की सुनवाई को जनवरी, 2019 तक टाल दिया है।
विश्व हिंदू परिषद ने बुलाई थी धर्म संसद
राम मंदिर मामला पिछले कई दिनों से लगातार चर्चा में है। बीते रविवार को विश्व हिंदू परिषद ने राम मंदिर मामले को लेकर धर्म संसद बुलाई थी। इससे पहले शनिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अयोध्या पहुंचकर सरकार से इस मामले में अध्यादेश लाने की मांग की थी। इन सबके बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अध्यादेश की संभावना को टालते हुए कहा था कि सरकार अगले साल जनवरी में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का इंतजार करेगी।