मणिपुर: मृत छात्रों के माता-पिता की सरकार से गुहार, अंतिम संस्कार के लिए शव ढूंढ दें
क्या है खबर?
मणिपुर की इंफाल घाटी में मारे गए 2 छात्रों के माता-पिता ने आज सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि वो उनके बच्चों के अवशेषों का पता लगाएं, ताकि वो उनका अंतिम संस्कार कर सकें।
वो इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा जांच की उम्मीद कर रहे हैं।
बता दें कि जुलाई में लापता हुए 2 छात्रों के शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राज्य में तनाव बढ़ गया है।
लापता
जुलाई में लापता हुए थे दोनों छात्र
ये दोनों ही छात्र (एक लड़का, एक लड़की) 6 जुलाई को लापता हो गए थे। इन्हें आखिरी बार बिष्णुपुर जिले के नंबोल में लगे CCTV कैमरे के फुटेज में देखा गया था।
पुलिस को दोनों के फोन चुराचांदपुर जिले के कुकी बहुल लमदान इलाके में मिले थे।
कुलजीत ने बताया कि पहले तो उन्हें लगा कि दोनों ही बच्चे भाग गए हैं, लेकिन जब लड़के के परिवार से संपर्क किया तो उन्हें शक हुआ कि कुछ तो गड़बड़ है।
अपील
हम अपने बच्चों को आखिरी बार देखना चाहते हैं- छात्रा के पिता
18 वर्षीय छात्रा के पिता हिजाम कुलजीत ने PTI को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "हम बस अपने बच्चों को आखिरी बार देखना चाहते हैं और उनका अंतिम संस्कार सम्मान के साथ करना चाहते हैं, जिसके वो हकदार हैं। हमें जो क्षति हुई है, उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता। मैतेई प्रथा के अनुसार अंतिम संस्कार की विधि के लिए हमें उनके पहने हुए कपड़े के कम से कम एक छोटे टुकड़े की जरूरत है।"
मणिपुर
मृत लड़के की मां ने आज तक नहीं धोया उसका कंबल
20 वर्षीय लड़के के परिवार को अब भी इस बात का यकीन नहीं हो रहा है कि उनका बेटा अब नहीं रहा।
लड़के की मां ने कहा "अब ढाई महीने हो गए हैं, लेकिन मैंने अपने बेटे का कंबल नहीं धोया है। आज भी उसमें से उसकी गंध आती है।"
उन्होंने बताया कि मैतेई प्रथा के अनुसार दोनों माताएं अंतिम संस्कार होने तक रोजाना अपने बच्चों की तस्वीरों के सामने अगरबत्ती, मोमबत्तियां और भोजन का एक छोटा हिस्सा चढ़ाती हैं।
अमित
गृह मंत्री अमित शाह ने दिया आश्वासन
बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जिन लोगों ने भी दोनों छात्रों का अपहरण किया और उनकी हत्या की, उन्हें दंडित किया जाएगा।
बुधवार को CBI के विशेष निदेशक अजय भटनागर ने अपनी टीम के साथ इंफाल पहुंचकर जांच भी शुरू कर दी। दोनों परिवारों को उम्मीद है कि CBI की जांच से उनके बच्चों की मौत के रहस्य से पर्दा उठेगा।
न्यूजबाइट्स
न्यूजबाइट्स प्लस
मणिपुर को राज्य सरकार ने बुधवार को सशस्त्र बल विशेष शक्ति अधिनियम (AFSPA) के तहत 6 महीने के लिए 'अशांत क्षेत्र' घोषित कर दिया है।
किसी भी क्षेत्र को 'अशांत क्षेत्र' AFSPA की धारा 3 के तहत घोषित किया जाता है।
आंतरिक सुरक्षा के लिए कोई भी राज्य या क्षेत्र धारा 3 के तहत एक बार में अधिकतम 6 महीने की अवधि या आदेश वापस लिए जाने तक अशांत क्षेत्र घोषित रहता है।