अविश्वास प्रस्ताव: राहुल गांधी ने भाजपा को देशद्रोही कहा, बोले- आपने भारत माता की हत्या की
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन की चर्चा जारी है। विपक्ष की तरफ से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि पिछली बार उनके अडाणी मामले को लेकर बोलने पर सत्ता पक्ष के लोगों को काफी कष्ट हुआ था और भाजपा वाले डरे नहीं क्योंकि वह इस बार अडाणी पर नहीं बोलेंगे।
राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव से शुरू किया भाषण
राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा के अपने अनुभव से भाषण शुरू करते हुए कहा कि जब वह समुद्र तट से बर्फीली पहाड़ियों तक गए थे तो वे अकेले नहीं थे, बल्कि भारत के हजारों लोग उनके साथ चल रहे थे। उन्होंने कहा, "यात्रा के दौरान एक लड़की ने उन्हें एक पत्र दिया था, जिसमें लिखा था कि वह मेरे साथ चल रही है। सिर्फ उस लड़की ने ही नहीं, बल्कि कई लोगों ने मुझे अपनी ताकत दी।"
प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर को भारत का हिस्सा नहीं मानते- राहुल
राहुल ने मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर को भारत का हिस्सा नहीं मानते हैं और उन्होंने मणिपुर को 2 हिस्सों में बांट दिया है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार भी मणिपुर नहीं गए हैं। उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं है। भाजपा ने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है। आप देशद्रोही हो, आप देशभक्त नहीं हो, आप देशप्रेमी नहीं हो।"
मणिपुर में हुई भारत माता की हत्या- राहुल
राहुल ने कहा कि भाजपा की विभाजनकारी राजनीति ने मणिपुर में भारत माता की हत्या की है। उन्होंने कहा, "मेरी एक मां सदन में बैठी हुई हैं, जबकि मेरी दूसरी मां की मणिपुर में हत्या हुई है।" राहुल के इस बयान पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आपत्ति जताते हुए संयम बरतने के लिए कहा। इसके बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू समेत भाजपा के अन्य सांसदों ने नारेबाजी करते हुए माफी की मांग की।
राहुल ने रावण से की प्रधानमंत्री मोदी की तुलना
राहुल ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी की तुलना रावण से कर दी। उन्होंने कहा, "जिस तरह रावण केवल 2 लोगों, मेघनाद और कुम्भकर्ण, की बात सुनता था, उसी तरह प्रधानमंत्री मोदी भी 2 लोगों की ही बातें सुनते हैं, अमित शाह और गौतम अडाणी।" उन्होंने कहा, "लंका को हुनमान ने आग नहीं लगाई थी, बल्कि रावण के अहंकार ने लंका को जलाया था। रावण को राम ने नहीं मारा था, बल्कि रावण के अहंकार ने रावण को मारा था।"
विपक्ष क्यों लेकर आया है अविश्वास प्रस्ताव?
विपक्षी पार्टियां संसद का मानसून सत्र शुरू होने के बाद से लगातार मणिपुर हिंसा पर चर्चा के साथ-साथ प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग कर रही हैं। दूसरी तरफ केंद्र सरकार का कहना है कि वह चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के बयान की कोई आवश्यक नहीं है। अविश्वास प्रस्ताव के जरिए विपक्ष का असली लक्ष्य प्रधानमंत्री मोदी को मणिपुर पर बोलने के लिए मजबूर करना है और इसी कारण ये प्रस्ताव लाया गया है।