
कोरोना वायरस: देश में 100 से अधिक पत्रकारों ने गंवाई जान, अकेले अप्रैल में 52 मौतें
क्या है खबर?
देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने समाज के हर हिस्से को बुरी तरह से प्रभावित किया है और लोगों तक सच पहुंचाने वाले पत्रकार भी इसके कहर से अछूते नहीं रहे हैं।
एक स्टडी के अनुसार, देश में अब तक 100 से अधिक पत्रकार कोरोना वायरस के संक्रमण से अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें से 52 की मौत अकेले अप्रैल में हुई।
इसका मतलब इस महीने हर दिन लगभग दो पत्रकारों की मौत हुई है।
स्टडी
इस साल हुई 56 पत्रकारों की मौत
यह स्टडी दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ परसेप्शन स्टडीज की 'रेट द डिबेट' संस्था द्वारा की गई है। स्टडी के अनुसार, 1 अप्रैल, 2020 से 28 अप्रैल, 2021 के बीच में 101 पत्रकारों ने कोरोना वायरस के कारण अपनी जान गंवाई।
इस साल 1 जनवरी के बाद से अब तक 56 पत्रकार कोरोना संक्रमण के कारण अपना दम तोड़ चुके हैं। इनमें से 52 की मौत तो अकेले अप्रैल में हुई है।
राज्य
उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक पत्रकारों की मौत
स्टडी के अनुसार, उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 19 पत्रकारों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई। 17 पत्रकारों की मौत के साथ तेलंगाना इस सूची में दूसरे स्थान पर रहा। महाराष्ट्र में 13 पत्रकारों की मौत हुई।
रेट द डिबेट की संस्थापक डॉ कोटा नीलिमा ने कहा कि पत्रकारों के जीवन की जवाबदेही तय करने और नागरिकों को यह दिखाने के लिए कि किस कीमत पर खबरें इकट्ठा की जा रही हैं, यह आंकड़े जारी किए गए थे।
मांग
अनसुना कर दी गई है वैक्सीनेशन में पत्रकारों को प्राथमिकता देने की मांग
बता दें कि कई वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया संगठन पिछले काफी समय से पत्रकारों को फ्रंटलाइन कर्मचारी घोषित कर उन्हें वैक्सीन लगाने की मांग कर रहे हैं, हालांकि केंद्र सरकार की तरफ से इस मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई है।
महामारी की शुरूआत में पत्रकारों को फ्रंटलाइन कर्मचारी घोषित कर उन्हें रिपोर्टिंग की इजाजत तो दी गई थी, लेकिन वैक्सीनेशन के मामले में उन्हें यह दर्जा नहीं दिया गया।
अगर ऐसा होता तो शायद आज ये पत्रकार जिंदा होते।
कोरोना का कहर
देश में क्या है कोरोना महामारी की स्थिति?
देश अभी कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहा है और नए मामले रोजाना रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं।
बीते दिन देश में 3,86,452 नए मामले सामने आए और 3,498 मरीजों की मौत हुई। ये एक दिन में सामने आए सबसे ज्यादा मामले हैं।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,87,62,976 हो गई है। इनमें से 2,08,330 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 31,70,228 हो गई है।
राज्यों की स्थिति
ये हैं सबसे अधिक प्रभावित राज्य
राज्यों की बात करें तो सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में अब तक 45,39,553 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 67,985 लोगों की मौत हुई है।
दूसरे सर्वाधिक प्रभावित राज्य केरल में अब तक 15,33,984 लोगों को संक्रमित पाया गया है और 5,259 मौतें हुई हैं।
इसी तरह 14,74,846 मामलों और 15,306 मौतों के साथ कर्नाटक और 10,84,336 मामलों और 7,928 मौतों के साथ आंध्र प्रदेश अगले दो सबसे अधिक प्रभावित राज्य हैं।