अर्थव्यवस्था से जुड़ी अच्छी खबर, मूडीज ने देश की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को बढ़ाया
देश की अर्थव्यवस्था से जुड़ी एक अच्छी खबर आई है। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने 2023 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 4.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया है। कपंनी ने इसके पीछे बजट में पूंजीगत व्यय में तेज बढ़ोतरी और बेहतर आर्थिक हालात को वजह बताया है। बता दें कि इससे पहले नवंबर, 2022 में कंपनी ने भारत की आर्थिक वृद्धि 4.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था।
मूडीज ने कहा- बजट में पूंजीगत व्यय से वृद्धि दर बढ़ेगी
मूडीज ने वैश्विक व्यापक परिदृश्य 2023-24 के ताजा आंकड़ों में अमेरिका, कनाडा, यूरोप, भारत, रूस और मैक्सिको सहित कई G20 अर्थव्यवस्थाओं के लिए वृद्धि अनुमान को बढ़ाया है। कंपनी ने कहा, "भारत ने 2023-24 के बजट में पूंजीगत व्यय के आवंटन में बढ़ोतरी की है। यह आंकड़ा बीते वित्त वर्ष के 7,500 अरब रुपये से बढ़कर 10,000 अरब रुपये हो गया है। इस वजह से सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की दर 0.70 प्रतिशत बढ़कर 5.5 प्रतिशत हो सकती है।"
2022-23 के GDP अनुमान दर में गिरावट
कंपनी ने अर्थव्यवस्था से जुड़ी एक बुरी खबर भी बताई है। दरअसल, 2022-23 के लिए कंपनी ने भारतीय GDP की विकास दर के अनुमान में कमी आने की आशंका जताई है। कंपनी ने कहा कि इस दौरान GDP की विकास दर 6.8 प्रतिशत रह सकती है। हालांकि, नवंबर 2022 में इसके 7.00 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई गई थी। वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में जारी उथल-पुथल को इसकी वजह माना जा रहा है।
वैश्विक विकास दर के धीमे रहने की आशंका
मूडीज ने कहा कि सख्त मौद्रिक नीति की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर इस साल धीमी रह सकती है। G20 देशों की विकास दर की रफ्तार इस वर्ष 2 प्रतिशत रहेगी, जो पिछले वर्ष 2.7 प्रतिशत थी। हालांकि, 2024 में इसके 2.4 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा, "उम्मीद है कि ज्यादातर G20 देशों में महंगाई दर आने वाले साल में कम हो सकती है। ये केंद्रीय बैंकों के फैसलों पर निर्भर है।"
तीसरी तिमाही में 4.4 प्रतिशत रही भारत की GDP विकास दर
सरकार ने 28 फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही की आंकड़े जारी किए थे, जिसमें GDP वृद्धि दर 4.4 प्रतिशत बताई थी। दूसरी तिमाही में ये आंकड़ा 6.3 प्रतिशत था। जनवरी में, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारतीय अर्थव्यवस्था में कुछ मंदी की आशंका जताते हुए कहा था कि 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के दौरान देश की GDP वृद्धि दर 6.8% से 6.1% रह सकती है।
हाल ही में मूडीज ने घटाई थी पाकिस्तान की रेटिंग
मूडीज ने पाकिस्तान सरकार की स्थानीय और विदेशी मुद्रा जारी करने वाली एजेंसी की रेटिंग को caa1 से घटाकर caa3 कर दिया था। कंपनी ने कहा था कि देश में नकदी की नाजुक स्थिति दिवालिया होने के जोखिम को बढ़ा देती है।