मध्य प्रदेश में 23 और महाराष्ट्र में 14 बाघों की इस साल मौत, रिपोर्ट में खुलासा
बाघों का राज्य कहे जाने वाले मध्य प्रदेश में इस साल 6 महीने के अंदर 23 बाघों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के नवीनतम आंकड़ों से मिली है। NTCA के मुताबिक, 6 जनवरी से 8 जुलाई, 2024 के बीच 12 राज्यों में 75 बाघों की मौत की जानकारी मिली, जिनमें सबसे अधिक 23 मौतें मध्य प्रदेश में हुई। बाघों की घनी आबादी वाले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 बाघों की जान गई है।
दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र और तीसरे नंबर पर कर्नाटक रहा
NTCA के आंकड़े बताते हैं कि बाघ की मौत के मामले में दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र और तीसरे स्थान पर कर्नाटक रहा, जहां क्रमशः 14 और 11 मौतें हुई हैं। विशेषज्ञों ने चिंता जताई कि जहां पूरे कर्नाटक में 6 महीने में 11 बाघ की मौत हुई, वहीं मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ में 6 महीने में 10 बाघ की जान चली गई। बांधवगढ़ में लगातार हो रही मौतों से चिंतित वन विभाग ने मार्च में जांच कमेटी भी बनाई थी।
मध्य प्रदेश में लगातार कम हो रहे बाघ?
मध्य प्रदेश में 2018 और 2022 में देश में सबसे अधिक क्रमशः 526 और 785 बाघ थे। यहां 2023 में 43, 2022 में 34 और 2021 में 41 बाघ की मौत हुई। तब राष्ट्रीय स्तर पर 2023 में 181, 2022 में 122 और 2021 में 127 मौत हुई थी। 2021 से 2023 तक सिर्फ बांधवगढ़ में 13, 8 और 10 मौत हुई। 2022 की बाघ जनगणना में मध्य प्रदेश के कुल 785 में से सिर्फ बांधवगढ़ में 165 बाघ थे।