कर्नाटक: पत्नी की हत्या में मिली उम्रकैद की सजा, 6 डिग्री लेकर जेल से हुआ रिहा
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के केंद्रीय कारागार में उम्रकैद की सजा काट रहे 44 वर्षीय सतीश कुमार गुप्ता को अच्छे आचरण के लिए समय से पहले रिहा कर दिया गया। सतीश अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुए थे और उनको आजीवन कारावास की सजा मिली थी, लेकिन जेल में रहते हुए उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और 6 डिग्रियां हासिल की। इसमें 4 स्नातकोत्तर डिग्री और 2 डिप्लोमा डिग्री शामिल है।
2010 में की थी पत्नी की हत्या
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सतीश बेंगलुरु स्थित एक IT कंपनी के मानव संसाधन (HR) प्रबंधक के पद पर तैनात थे। उनके ऊपर आरोप था कि उन्होंने 10 अगस्त, 2010 को हुलिमावु पुलिस थाना क्षेत्र में अपनी पत्नी की हत्या की है। इसके बाद जुलाई 2017 में शहर की सिविल और सत्र कोर्ट ने सतीश को दोषी पाया। उन्होंने बताया कि 14 साल जेल में रहने के दौरान उन्होंने खुद को किताबों के जरिए असामाजिक तत्वों से दूर रखा।
कौन-कौन सी डिग्री हासिल की?
जेल अधिकारियों ने बताया कि सतीश ने आपराधिक न्याय कानून, अंतरराष्ट्रीय व्यापार संचालन, व्यापार कानून और मानवाधिकार कानून में स्नातकोत्तर डिग्री मैसूर स्थित कर्नाटक राज्य मुक्त विश्वविद्यालय (KSOU) से हासिल की है। इसके साथ ही इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) से साइबर कानून और खाद्य और पोषण में डिप्लोमा डिग्री प्राप्त कर कीर्तिमान स्थापित किया है। अधिकारियों ने बताया कि सतीश ने 24 सर्टिफिकेट कोर्स भी पूरे किए हैं। उन्होंने अपना अधिकतर समय पुस्तकालय में बिताया।
नौकरी करके नई जिंदगी शुरू करना चाहते हैं सतीश
सतीश ने बताया कि उनको जेल अधिकारियों और कर्मचारियों का पढ़ाई में भरपूर सहयोग मिला। उन्होंने बताया कि वह नौकरी करके नई जिंदगी शुरू करना चाहते हैं और लोगों को कानूनी सलाह के साथ मामलों से संबंधित दस्तावेज तैयार करने में मदद करना चाहते हैं।