लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू होंगे अगले सेना उप प्रमुख, जानिए उनके बारे में महत्वपूर्ण बातें
लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू को भारतीय सेना का नया उप प्रमुख बनाया गया है। वे 1 मई को ये पद संभालेंगे। अभी वह सैन्य अभियान महानिदेशक के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वो मौजूदा लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे की जगह लेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल पांडे को 18 अप्रैल को ही देश का अगला सेना प्रमुख नियुक्त किया गया है। वह जनरल मनोज मुकुंद नरवणे की जगह लेंगे जो 30 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं।
कर्नाटक के दावणगेरे जिले से आते हैं लेफ्टिनेंट जनरल राजू
लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू का पूरा नाम बग्गावली सोमशेखर राजू है। उनका जन्म 19 अक्टूबर, 1963 को कर्नाटक के दावणगेरे जिले में हुआ था। बीजापुर के सैनिक स्कूल से शुरूआती पढ़ाई करने के बाद वे परीक्षा पास करके पुणे की नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) पहुंचे। इसके अलावा वो ब्रिटेन के रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज से ग्रेजुएशन और अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित नेवल पोस्ट-ग्रेजुएट स्कूल से काउंटर टेररिज्म में पोस्ट-ग्रेजुएशन भी कर चुके हैं।
कई अहम पदों पर सेवा दे चुके हैं लेफ्टिनेंट जनरल राजू
लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने अपने 38 साल के सैन्य करियर की शुरूआत 1984 में जाट रेजिमेंट के साथ जुड़कर की। अपने सफर में वो कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। दिसंबर, 2001 में संसद पर आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर हमला करने के लिए चलाए गए 'ऑपरेशन पराक्रम' में उन्होंने अपनी बटालियन का नेतृत्व किया था। इसके अलावा वो नियंत्रण रेखा (LoC) के पास उरी ब्रिगेड का नेतृत्व भी चुके हैं।
पांच बार जम्मू-कश्मीर में अपनी सेवाएं दे चुके हैं लेफ्टिनेंट राजू
लेफ्टिनेंट जनरल राजू को जम्मू-कश्मीर का विशेषज्ञ कहा जाए तो गलत नहीं होगा और वोे पांच बार यहां अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कश्मीर में तैनाती के दौरान उन्होंने सेना की छवि को सुधारने के लिए कई मानवीय अभियान चलाए। वे लगातार स्थानीय बच्चों से मिलते रहते थे। उन्होंने युवाओं को भी आतंक का रास्ता छोड़कर आम जीवन जीने का मौका दिया और कई भटके हुए युवाओं को मुुख्यधारा में लेकर आए। उनके कार्यकाल के दौरान आतंकवाद कम हुआ था।
कई मेडलों से सम्मानित किए जा चुके हैं लेफ्टिनेंट जनरल राजू
लेफ्टिनेंट जनरल राजू को उनकी विशिष्ट सेवाओं को लिए कई मेडलों से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें उत्तम युद्ध सेवा मेडल (UYSM), अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM), युद्ध सेवा मेडल (YSM) और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है। लेफ्टिनेंट जनरल राजू एक अच्छे पायलट भी हैं और सोमालिया में ऑपरेशन फ्लाइंग कर चुके हैं। मौजूदा सेना प्रमुख नरवणे समेत सेना के तमाम बड़े अधिकारियों ने उन्हें उप प्रमुख बनने की बधाई दी है।
कुछ दिन पहले ही लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को नियुक्त किया गया था नया सेना प्रमुख
बता दें कि लगभग 10 दिन पहले 18 अप्रैल को ही मौजूदा लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को भारतीय थल सेना का अगला प्रमुख नियुक्त किया था। वह 29वें थल सेना प्रमुख के रूप में जनरल एमएम नरवणे की जगह लेंगे। जनरल पांडे NDA से पास आउट हैं। उन्हें साल 1982 में कोर ऑफ इंजीनियर्स में शामिल किया गया था। वो थल सेना का प्रमुख बनने वाले पहले इंजीनियर हैं।