जम्मू-कश्मीर: PoK में हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने जा रहे तीन नाबालिगों को पकड़ा
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में सेना ने गुरुवार को नियंत्रण रेखा (LoC) पार कर आतंकी संगठनों से जुड़ने और हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) जा रहे तीन नाबालिगों को पकड़ने में सफलता हासिल की है।
तीनों नाबालिग पुलवामा जिले के रहने वाले हैं और वह एक आतंकी संगठन के कमांडर के संपर्क में थे। सेना के अधिकारी अब तीनों से पूछताछ कर उनसे जुड़े आतंकियों का पता लगाने में जुटी है।
बयान
हथियार और गोला-बारूद का प्रशिक्षण लेने जा रहे थे नाबालिग
पुलिस ने बताया कि तीनों नाबालिगों की उम्र 16 साल है और वह कक्षा 10 में पढ़ते हैं। तीनों पाकिस्तान से सक्रिय तैयब फारूकी नाम के एक आतंकवादी कमांडर के संपर्क में थे।
वह कुपवाड़ा के रास्ते LoC करके उससे मिलने के लिए जा रहे थे और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद में शामिल होने के लिए हथियारों और गोला-बारूद प्रशिक्षण लेने वाले थे।
उसी दौरान सेना के जवानों ने कुपवाड़ा के एक ठिकाने पर दबिश देकर उन्हें पकड़ लिया।
खुलासा
आतंकी कमांडर ने सोशल मीडिया के जरिए नाबालिगों को बनाया था जिहादी
पुलिस के अनुसार, नाबालिगों ने पूछताछ में बताया कि आतंकी कमांडर फारूकी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए उनसे संपर्क साधकर उन्हें जिहाद करने के लिए तैयार किया था।
पुलिस ने उनकी कम उम्र को देखते हुए उन्हें जिम्मेदार और शांतिप्रिय नागरिक बनने का मौका देने के लिए परिजनों को सौंपने का निर्णय किया है।
इसके बाद पुलिस ने उनके परिजनों को मामले की जानकारी देकर बुलाया और उन्हें बच्चों की निगरानी के निर्देश देकर सौंप दिया।
सफलता
सेना ने बुधवार को ढेर किए थे पांच आतंकी
बता दें कि सेना ने बुधवार को कुलगाम में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में पांच आतंकियों को ढेर किया था। इनमें से तीन आतंकियों को पोम्बे इलाके और दो को गोपालपुर इलाके में मारा गया था।
इसी तरह सेना ने आतंकियों के लिए जमीनी स्तर पर काम करने वाले तीन लोगों को 43 रुपये की नकदी और तीन अन्य लोगों को 30 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया था। सेन के अधिकारी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करने में जुटे हैं।
पृष्ठभूमि
श्रीनगर में आतंकियों के सफाए में जुटी है सेना
बता दें कि सेना पिछले कई दिनों से श्रीनगर में आतंकियों के सफाया करने में जुटी है। सोमवार को भी श्रीनगर के हैदरपोरा में सेना ने दो आतंकियों और दो उनके मददगारों को मार गिराया था।
हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने सेना पर दोनों व्यापारियों की हत्या करने का आरोप लगाते हुए घटना की निंदा की है।
इसके अलावा सेना द्वारा उनके शवों को परिजनों की अनुपस्थिति में दफनाने का भी कड़ा विरोध किया है।
जानकारी
उपराज्यपाल ने दिए घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
इस मामले में उपराज्यपाल मनोज कुमार ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए श्रीनगर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट खुर्शीद अहमद शाह को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। उन्होंने बयान दर्ज कराने के लिए लोगों को नोटिस भेजा है।