क्या है IL&FS मनी लॉन्ड्रिंग मामला जिसमें राज ठाकरे से पूछताछ कर रही है ED? जानें
क्या है खबर?
एक कथित घोटाले के सिलसिले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख नेता राज ठाकरे से प्रवर्तन निदेशालय (ED) पूछताछ कर रही है।
मामले में ठाकरे को हाल ही में ED का समन मिला था।
जिस मामले में ED ठाकरे से पूछताछ कर रही है, उसे इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (IL&FS) मनी लॉन्ड्रिंग मामले के नाम से जाना जाता है।
ये पूरा मामला क्या है और ठाकरे इससे कैसे संबंधित हैं, आइए आपको बताते हैं।
पृष्ठभूमि
IL&FS द्वारा दिए गए लोन और निवेश की जांच कर रही ED
ED मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में IL&FS समूह द्वारा दिए गए लोन और निवेश की जांच कर रही है।
IL&FS ने कोहिनूर CTNL नामक कंपनी में निवेश किया था और कई बार उसे लोन दिया था, जिनकी कुल कीमत 860 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
कोहिनूर CTNL का गठन महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी के बेटे उन्मेष जोशी ने किया था।
हालांकि, अब ये कंपनी उनके मालिकाना हक में नहीं है।
ठाकरे का संबंध
उन्मेष ने ठाकरे के साथ मिलकर खरीदी थी कोहिनूर स्क्वायर के लिए जमीन
कोहिनूर CTNL, मुंबई के दादर में बहुचर्चित कोहिनूर स्क्वायर का निर्माण कर रही है। विवाद उस जमीन को लेकर है जिस पर इस स्क्वायर का बनाया जा रहा है।
दरअसल, पहले इस जगह पर काहिनूर मील हुआ करता था।
2005 में उन्मेष ने राज ठाकरे और राजन शिरोडकर के साथ मिलकर 4.8 एकड़ की इस जमीन को 421 करोड़ रुपये में खरीदा था।
तब ये मामला काफी चर्चा में रहा था।
मुख्य पेंच
IL&FS ने किया कोहिनूर CTNL में 225 करोड़ रुपये का निवेश
IL&FS ने इस प्रोजेक्ट के लिए कोहिनूर CTNL में 225 करोड़ रुपये निवेश किए थे।
हालांकि, 2008 में उसने अपनी ये हिस्सेदारी मात्र 90 करोड़ रुपये में बेच दी और उसे 135 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
इसी साल ठाकरे भी अपने शेयर बेचकर प्रोजेक्ट से अलग हो गए।
हालांकि, घाटे में अपने शेयर बेचने के बावजूद IL&FS आगे भी कोहिनूर CTNL को लोन देता रहा, जिन्हें कंपनी चुका नहीं पाई।
आर्थिक संकट
IL&FS पर हो गया था 91,000 करोड़ रुपये का कर्ज
पिछले साल IL&FS समूह संकटों में घिर गया था और उस पर 91,000 करोड़ रुपये का कर्ज हो गया था।
कंपनी के डूबने की आशंका के बीच सरकार ने मामले में दखल दिया था, जिसके बाद जांच शुरू हुई।
ED की जांच में सामने आया कि IL&FS के शीर्ष अधिकारियों ने बिना जांच के कई निजी कंपनियों को लोन दिए।
खराब स्थिति में चल रहीं और लोन वापस चुकाने की गारंटी न होने के बावजूद कंपनियों को लोन दिए गए।
समर्थन
ठाकरे के समर्थन में उतरीं महाराष्ट्र की विपक्षी पार्टियां
मामले में ठाकरे को हाल ही में ED का नोटिस मिला था और उन्हें 22 अगस्त को पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा था।
मामले में उन्मेष और शिरोडकर से ED पूछताछ कर चुकी है और उन्हें सोमवार को दोबारा बुलाया गया है।
इस बीच महाराष्ट्र में कांग्रेस और NCP आदि ठाकरे के समर्थन में उतर आए हैं।
शिवसेना ने भी ठाकरे को समर्थन किया है। बता दें कि उन्मेष के पिता मनोहर जोशी शिवसेना के ही नेता हैं।