राज ठाकरे को मिले ED के नोटिस से नाराज पार्टी कार्यकर्ता ने की आत्महत्या
ठाणे में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के एक कार्यकर्ता प्रवीण चौगुले ने खुद को आग के हवाले कर आत्महत्या कर ली। कहा जा रहा है कि प्रवीण MNS प्रमुख राज ठाकरे को मिले प्रवर्तन निदेशालय (ED) के नोटिस के बाद से डिप्रेशन में थे। इसके चलते उन्होंने मंगलवार को खुदकुशी कर ली। राज ठाकरे को ED का नोटिस मिलने के बाद प्रवीण ने जांच एजेंसी के खिलाफ और पार्टी के समर्थन में फेसबुक पर सैंकड़ों पोस्ट लिखी थी।
राज ठाकरे के भविष्य को लेकर चिंतित थे प्रवीण
पुलिस ने बताया कि प्रवीण एक प्राइवेट कंपनी के साथ काम करते थे और MNS के कट्टर समर्थक थे। वो अपने दोस्तों से राज ठाकरे को मिले नोटिस के बारे में बात करते रहते थे और उनके भविष्य को लेकर काफी चिंतित थे।
राज ठाकरे की हर रैली में जाते थे प्रवीण- नेता
इंडिया टूडे के मुताबिक, ठाकरे को नोटिस दिए जाने के बाद से प्रवीण जांच एजेंसी से काफी नाराज थे। एक फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि अगर ED अधिकारी राज ठाकरे के घर आते हैं तो वो उन्हें बीड़ी से जला देंगे। पार्टी के एक नेता अविनाश जाधव ने बताया कि प्रवीण, राज ठाकरे का बहुत बड़ा समर्थक था। जहां भी राज साहब की रैली होती थी, प्रवीण खुद को पार्टी के रंग में रंगकर उस जगह पहुंच जाता था।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ चुके थे प्रवीण
जाधव ने आगे कहा कि प्रवीण पार्टी के काम के लिए हमेशा आगे रहता था। आग लगने से प्रवीण का शरीर 85 फीसदी झुलस चुका था। जब उसे अस्पताल लेकर गए तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जाधव ने कहा, "मैं कार्यकर्ताओं से ऐसे कदम न उठाने की मांग करता हूं। सब कुछ कानून के मुताबिक होगा। राज साहब ने कुछ गलत नहीं किया है। उन्हें कुछ नहीं होगा।"
आत्महत्या के कारणों को जानने में जुटी पुलिस
मामले की जांच में जुटी पुलिस का कहना है कि भले ही पार्टी के कार्यकर्ता और प्रवीण के करीबी दोस्त उनकी आत्महत्या के पीछे राज ठाकरे को मिले नोटिस को कारण मान रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी आत्महत्या के कारण का पता नहीं चला है। पुलिस को कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। कई बार ऐसे मामले सामने आये हैं जब नेताओं को लेकर लोग भावुकता में ऐसे खतरनाक कदम उठा लेते हैं।
किस मामले में ठाकरे को मिला है नोटिस?
ED ने कोहिनूर इमारत मामले में राज ठाकरे को नोटिस जारी कर 22 अगस्त को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है। ठाकरे के अलावा इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता मनोहर जोशी के बेटे उन्मेष जोशी को पूछताछ के लिए बुलाया था। इन पर आरोप है कि उन्मेष ने CTNL के माध्यम से कोहिनूर मिल की जमीन खरीदी और इस पर बहुमंजिला इमारत बनाई। ED इसमें कर्ज और निवेश की जांच कर रही है।