पूर्व मुख्यमंत्री के अंतिम संस्कार में पुलिस की सलामी के दौरान नहीं चली एक भी बंदूक
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र का बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। राज्य सरकार ने पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की थी, लेकिन ऐन मौके पर सलामी देते हुए पुलिस की बंदूकों ने धोखा दे दिया। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री को 22 बंदूकों की सलामी दी जानी थी, लेकिन इनमें से एक भी बंदूक से गोली नहीं चली। इसके चलते पुलिस अधिकारियों को शर्मसार होना पड़ा। इसका वीडियो आप नीचे देख सकते हैं।
यहां देखिये वीडियो
जिला पुलिस से मांगा गया जवाब
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में पुलिस की यह शर्मनाक लापरवाही सामने आई। इसे लेकर राज्य के पुलिस मुख्यालय में भी चिंता की लहर देखी गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह गंभीर लापरवाही है। यह देखा जाना जरूरी था कि सभी बंदूकें काम कर रही हो। इसे लेकर सापौल जिला पुलिस से जवाब मांगा गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि दोबारा कोशिश करने पर भी बंदूकों से गोली नहीं चली।
अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे राज्य के बड़े नेता
जगन्नाथ मिश्र का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव बलुआ बाजार में हुआ। उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय नारायण चौधरी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे समेत कई बड़े नेता पहुंचे। बड़ी हस्तियों के अलावा आसपास के गांवों के हजारों लोग अपने पूर्व मुख्यमंत्री के अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। उनके पैतृक आवास पर भी भारी भीड़ उमड़ी थी।
तीन बार रहे थे बिहार के मुख्यमंत्री
लेक्चरर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत करने वाले मिश्र तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे। सबसे पहले वह 1975 में राज्य के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद 1980 में दोबारा और 1989 में तीसरी बार इस कुर्सी पर बैठे। मुख्यमंत्री रहने के अलावा वो केंद्रीय मंत्री भी रहे थे। मिथिलांचल के बड़े नेताओं में शुमार किए जाने वाले मिश्र पिछले कई दिनों से बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती थे। 19 अगस्त को उन्होंने आखिरी सांस ली।