केरल: मस्तिष्क खाने वाले अमीबा से 6 महीने में 5 मौत, तिरुवनन्तपुरम में सबसे ज्यादा मामले
केरल में मस्तिष्क को खाने वाले अमीबा (अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस) के इस साल जनवरी से जुलाई तक कुल 15 मामले सामने आए हैं, जिसमें 5 की मौत हुई है। इंडिया टुडे के मुताबिक, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि 15 मामलों में सबसे अधिक 7 मामले सिर्फ तिरुवनन्तपुरम से हैं। उन्होंने बताया कि अभी राज्य में 9 सक्रिय मामले हैं और कुल 8 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। उनका इलाज चल रहा है।
जर्मनी से खरीदी गई दवा
वीना जॉर्ज ने बताया कि अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस एक दुर्लभ बीमारी होने के कारण अभी देश में इसको लेकर कोई खास दिशानिर्देश नहीं हैं। उन्होंने बताया कि केरल ने अमीबिक मेनिंगोएन्सेफेलाइटिस रोगियों के उपचार के लिए दिशानिर्देशों का एक विशेष सेट विकसित किया है। जॉर्ज ने बताया कि इसकी दवाएं केंद्रीय आपूर्ति के तहत आती हैं, इसलिए केंद्र सरकार ने शुरू में दवा की आपूर्ति की। हालांकि, और ज्यादा दवा की आवश्यकता होने के कारण इसे जर्मनी से भी मंगवाया गया।
दूषित पानी के संपर्क में आने से हो रहा संक्रमण
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि उन्होंने इस बीमारी पर नजर रखने के लिए मेडिकल बोर्ड बनाया है। इसके अलावा संयुक्त अध्ययन के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद से संपर्क किया है। उन्होंने बताया कि यह बीमारी बच्चों को होने का बड़ा कारण दूषित पानी है। व्यस्कों की अगर खोपड़ी की सर्जरी हुई हो या नाक की झिल्ली संवेदनशील हो तो उन्हें बीमारी अपनी चपेट में लेगी। बता दें कि तिरुवनन्तपुरम में 2 दिन पहले 3 लोग इससे संक्रमित मिले हैं।