कोरोना वायरस: 70 देशों को वैक्सीन की छह करोड़ खुराकें भेज चुका भारत
कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ चल रही वैश्विक लड़ाई में भारत अहम भूमिका निभा रहा है। भारत दुनियाभर के देशों को अब तक कोरोना वैक्सीन की छह करोड़ खुराकें भेज चुका है। इनसे तीन करोड़ लोगों को संक्रमण से बचाने में मदद मिलेगी। गौरतलब है कि भारत समेत कई देशों में चरणबद्ध तरीके से वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है, जहां प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मियों और बुजुर्गों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
सरकार ने कहा- सहयोगी देशों को आपूर्ति जारी रखेगा भारत
वैक्सीन उत्पादन के मामले में भारत की क्षमता बेजोड़ है। इसके चलते विदेश मंत्रालय को कई देशों से वैक्सीन आपूर्ति की मांगें आई हैं। राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने बताया कि घरेलू जरूरतों को देखते हुए भारत अपने सहयोगी देशों को वैक्सीन की आपूर्ति जारी रखेगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विदेशों को वैक्सीन भेजते समय वैक्सीन कंपनियों के पास घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त स्टॉक होना चाहिए।
70 देशों को वैक्सीन की आपूर्ति कर चुका है भारत
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत अभी तक 70 देशों को वैक्सीन की आपूर्ति कर चुका है। कई और देशों ने भी भारत से वैक्सीन लेने की इच्छा दिखाई है। कनाडा और ब्राजील जैसे बड़े देशों को भी भारत वैक्सीन की आपूर्ति कर रहा है। इनमें से कुछ वैक्सीन दान के तौर पर तो कुछ कमर्शियल सौदों के तहत भेजी जा रही है। हाल ही में खबरें आई थीं कि पाकिस्तान को भी भारत में बनी वैक्सीन मिलेगी।
दुनिया की 'वैक्सीन फैक्ट्री' है भारत
गौरतलब है कि पूरी दुनिया में भारत में सबसे अधिक वैक्सीनें बनती है और इसे दुनिया की 'वैक्सीन फैक्ट्री' कहा जाए तो गलत नहीं होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से लेकर अमेरिका और बिल गेट्स तक कह चुके हैं कि दुनिया को कोरोना महामारी से बाहर निकालने में वैक्सीन उत्पादन की भारत की क्षमता अहम भूमिका अदा करेगी। भारतीय प्रधानमंत्री मोदी भी आश्वासन दे चुके हैं कि भारत की इस क्षमता का मानवता के भले के लिए उपयोग होगा।
भारत में दो वैक्सीन्स हो रहीं इस्तेमाल
भारत में 16 जनवरी से शुरू हुए दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान में भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा बनाई जा रही कोविशील्ड का इस्तेमाल हो रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन उत्पादन के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है और यह कई बीमारियों की वैक्सीन्स की आपूर्ति करती है। भारत विदेशों को मुख्यत: सीरम इंस्टीट्यूट की बनी वैक्सीन भेज रहा है, जिसे एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने विकसित किया है।
दुनियाभर में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
ब्लूमबर्ग के इंडेक्स के अनुसार, अभी तक दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन की 39.17 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं। वैक्सीन लगाने में इजराइल सबसे तेज है। यहां की लगभग पूरी आबादी को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लगाई जा चुकी है। कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका की बात करें तो यहां प्रति 100 लोगों में से 33.6 को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है।