केरल: कोरोना की तेज रफ्तार के बीच स्कूल खोलने की तैयारी कर रही राज्य सरकार
क्या है खबर?
कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच केरल सरकार राज्य में स्कूल खोलने पर विचार कर रही है।
इसे लेकर बुधवार शाम को मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दुनियाभर के विशेषज्ञों के साथ बैठक की थी।
बैठक में शामिल हुए विशेषज्ञों ने राय दी है कि सरकार को राज्य में प्राथमिक स्कूल खोल देने चाहिए।
बता दें कि केरल में इन दिनों देश के सर्वाधिक मामले दर्ज हो रहे हैं।
बयान
"प्राथमिक स्कूल खोलने पर बनी आम राय"
बैठक में शामिल हुए वरिष्ठ वायरोलॉजिस्ट टी जैकब जॉन ने कहा कि लगभग सभी विशेषज्ञ यह चाहते हैं कि स्कूल खुल जाए।
उन्होंने कहा, "आम राय यह थी कि प्राथमिक स्कूलों को खोल दिया जाना चाहिए क्योंकि अगर 15 साल से अधिक उम्र के बच्चे एक साल घर रहते हैं तो खास फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन अगर छोटे बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं तो उनके लिए मुश्किल हो सकती है और उनका आगे का करियर प्रभावित हो सकता है।"
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प्राथमिक स्कूलों में संक्रमण का सबसे कम खतरा- जॉन
जॉन ने कहा कि बच्चे पिछले काफी समय से घरों में बंद हैं और घर में कोई मास्क भी नहीं पहनता है। वहीं अगर बच्चे स्कूल या बाहर जाते हैं तो मास्क पहनते हैं। इसलिए प्राथमिक स्कूलों में सबसे कम खतरा है।
जब कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह किसी ने भ्रम फैलाया है।
बता दें कि सरकार अक्टूबर तक तीसरी लहर आने की आशंका जता रही है।
जानकारी
शिक्षा मंत्री बोले- स्कूल खोलने पर हो रहा विचार
गुरुवार को राज्य के शिक्षा मंत्री टी सिवनकुट्टी ने कहा था कि शिक्षा क्षेत्र को खोलने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए जल्द ही एक विशेषज्ञ समिति बनाई जाएगी और जुड़ा आखिरी निर्णय मुख्यमंत्री लेंगे।
केरल
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताई लॉकडाउन की जरूरत
बता दें कि केरल में स्कूल खोलने की सुगबुगाहट ऐसे समय हो रही है, जब राज्य में कोरोना संक्रमण रफ्तार पकड़ चुका है और लोग तेजी से वायरस की चपेट में आ रहे हैं।
केरल में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने कहा था कि अधिक संक्रमण दर वाले इलाकों में लॉकडाउन लगाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। केवल लॉकडाउन से ही संक्रमण की रफ्तार पर काबू पाया जा सकता है।
कोरोना वायरस
केरल में दर्ज हो रहे सर्वाधिक मामले
गौरतलब है कि केरल में कुल संक्रमितों की संख्या 40 लाख से अधिक हो गई है और बीते कई दिनों से देश में सर्वाधिक मामले यहीं दर्ज हो रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, राज्य को स्मार्ट कंटेनमेंट की रणनीति तैयार करनी होगी ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। यहां एक महीने से मामले बढ़ रहे हैं और अगर अभी कड़ा लॉकडाउन लागू किया जाता है तो दो सप्ताह बाद मामले कम होना शुरू हो जाएंगे।
जानकारी
केरल में संक्रमण की क्या स्थिति?
केरल में बीते दिन 32,803 लोगों को संक्रमित पाया गया और 173 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ यहां कुल संक्रमितों की संख्या 40,90,036 हो गई है। इनमें से 2,30,461 सक्रिय मामले हैं, 38,38,614 लोग ठीक हो चुके हैं और 20,961 मौतें हुई हैं।