हरियाणा: दुष्यंत के विधायक का खट्टर सरकार पर बड़ा हमला, बताया सबसे भ्रष्ट सरकार
क्या है खबर?
हरियाणा में गठबंधन सरकार बनाने वाली भाजपा और जननायक जनता पार्टी (JJP) के विधायक सरकार बनने के तीन महीने बाद ही अपने शासनगारों के विरोध में खड़े हो गए हैं। हालत यह है कि अब विधायक खुलकर अपना विरोध जताने लगे हैं।
यही कारण है कि गत दिनों भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला पर जुबानी हमले करने वाले JJP विधायक देवेन्द्र बबली ने अब सत्तारूढ सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए उसे अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार करार दिया है।
बयान
बबली ने कही सरकार का हिस्सा होने पर शर्म आने की बात
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के करीबी टोहाना से विधायक देवेन्द्र बबली ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि प्रदेश की स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं है। लोग संतुष्ट नहीं हैं, जब वह खुद सरकार के काम से संतुष्ट नहीं हैं तो आम आदमी कैसे हो सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि पिछली सरकारों में भले ही भ्रष्टाचार रहा हो, लेकिन वर्तमान सरकार जैसा भ्रष्टाचार उन्होंने आज तक नहीं देखा। उन्हें सरकार का हिस्सा होने पर बड़ी शर्म आ रही है।
पुलिस पर निशाना
पुलिस को करार दिया 'वर्दी वाला गुंडा'
JJP विधायक बबली ने केवल सरकार पर हमला नहीं बोला, बल्कि पुलिस के कार्य पर भी सवालिया निशान खड़े किए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कोई भी जवाबदेह जनता की परेशानियों को लेकर चिंतित नहीं है। पुलिस भी अपना काम ठीक से नहीं कर रही है और वह लोगों के साथ 'वर्दी वाले गुंडों' की तरह पेश आ रही है। यह एक पूरी गैंग है, जिसे जनता की चिंता नहीं है।
पुराना मामला
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पर बोला था हमला
JJP विधायक बबली पार्टी के भाजपा के साथ गठबंधन सरकार बनाने के बाद से ही सरकार से नाराज है। वह लगातार भाजपा नेताओं पर निशाना साध रहे हैं।
गत 26 जनवरी को उन्होंने एक कार्यक्रम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला पर हमला बोलते हुए कहा था कि वो खुद को सबसे बड़ा मानते हैं, बड़ा तो रावण भी स्वयं को मानता था। अपने अहंकार में वह चूर-चूर हो गया और उसकी लंका भी जल गई थी।
पृष्ठभूमि
चुनावों में 40 सीट ही जीत पाई थी भाजपा
हरियाणा में अक्टूबर 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा 40 सीटें ही जीत पाई थी। इसके अलावा कांग्रेस ने 31, जननायक जनता पार्टी ने 10, हरियाणा लोकहित पार्टी व INLD ने 1-1 और निर्दलीयों ने सात सीटों पर कब्जा जमाया था।
इसके बाद भाजपा ने काफी मशक्कत के बाद JJP और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई थी। इसमें मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री व JJP प्रमुख दुष्यंत चौटाला का उप मुख्यमंत्री बनना तय हुआ था।