गुजरात के स्कूलों में PUBG खेलने पर लगा बैन, सर्कुलर जारी
गुजरात सरकार ने स्कूलों में बच्चों के प्लेयर अननोन्स बैटलग्राउंड (PUBG) गेम खेलने पर रोक लगा दी है। राज्य सरकार ने सभी जिला अधिकारियों को सर्कुलर जारी कर यह सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं कि सभी स्कूलों में PUBG पर बैन होना चाहिए। गुजरात के प्राथमिक शिक्षा विभाग की तरफ से यह सर्कुलर जारी किया गया है। कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर में भी इस गेम को बैन करने की मांग की गई थी।
सर्कुलर में क्या कहा गया
गुजरात बाल अधिकार सरंक्षण आयोग की सिफारिश पर जारी सर्कुलर में जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों को इस गेम पर रोक लगाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को कहा गया है। सर्कुलर में कहा गया है कि बच्चों को PUBG की आदत लग रही है और इसका असर उनकी पढ़ाई पर पड़ रहा है। आयोग की अध्यक्ष जागृति पांड्या ने कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार सरंक्षण आयोग (NCPCR) ने पूरे राज्य में PUBG पर रोक लगाने की सिफारिश की है।
'गेम के नुकसान देखते हुए लगाई रोक'
पांड्या ने कहा कि NCPCR ने सभी राज्यों को इस गेम पर बैन लगाने को कहा है और राज्यों को इसका पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि इस गेम के नुकसान देखते हुए हमने सरकार से इस गेम पर रोक लगाने की बात कही है।
जम्मू-कश्मीर में भी बैन करने की उठी थी मांग
राज्य में 10वीं और 12वीं के खराब परीक्षा परिणामों के बाद जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट एसोसिएशन ने राज्यपाल से PUBG पर बैन लगाने की मांग की थी। एसोसिएशन ने कहा कि यह गेम बच्चों का भविष्य खराब कर रहा है। उन्होंने PUBG की लत की तुलना ड्रग्स की लत से करते हुए तुरंत इस पर रोक लगाने की मांग की। कुछ समय पहले तमिलनाडु के वैल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने छात्रों को हॉस्टल में यह गेम नहीं खेलने के लिए कहा था।
क्या है PUBG?
प्लेयर अननोन्स बैटलग्राउंड (PUBG) एक कॉम्बैट गेम है, जिसमें 100 प्लेयर्स एयरप्लेन से एक आइलैंड पर उतरते हैं। वहां पहुंचने पर उन्हें मौजूद घरों और दूसरे स्थानों पर जाकर हथियार, दवाइयां और कॉम्बैट के लिए जरूरी चीजें इकट्ठी करनी होती हैं। प्लेयर्स को मोटरसाइकिल, कार और किश्ती मिलती है ताकि वह हर जगह जा सकें और अपने विरोधियों को गेम में मारकर आगे बढ़ सकें। 100 लोगों में आखिर तक जिंदा रहने वाला प्लेयर गेम का विजेता बनता है।