'डेल्टा प्लस' वेरिएंट के कारण महाराष्ट्र में आ सकती है तीसरी लहर- राज्य टास्क फोर्स
महाराष्ट्र सरकार की कोविड-19 टास्क फोर्स ने 'डेल्टा प्लस' वेरिएंट के कारण राज्य में कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर आने की आशंका जताई है। बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ हुई समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने कहा कि तीसरी लहर के दौरान मरीजों की संख्या दूसरी लहर से भी अधिक रह सकती है। अधिकारियों ने तीसरी लहर को सीमित रखने के लिए कोविड संबंधी नियमों का अच्छे से पालन जारी रखने की सलाह भी दी।
एक-दो महीने में आ सकती है तीसरी लहर- टास्क फोर्स
तीसरी लहर की तैयारियों की समीक्षा के लिए हुई बैठक में कोविड टास्क फोर्स ने मुख्यमंत्री ठाकरे को बताया कि डेल्टा प्लस वेरिएंट महाराष्ट्र में तीसरी लहर का कारण बन सकता है और अगर नियमों का पालन नहीं किया गया तो यह लहर एक या दो महीने में आ सकती है। उन्होंने कहा कि जैसे दूसरी लहर में पहली लहर से अधिक मामले सामने आए थे, वैसे ही तीसरी लहर में दूसरी लहर से ज्यादा मामले सामने आ सकते हैं।
"तीसरी लहर में आठ लाख तक पहुंच सकते हैं सक्रिय मामले"
महाराष्ट्र में पहली लहर के दौरान लगभग 19 लाख लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था, वहीं दूसरी लहर में ये आंकड़ा बढ़कर लगभग 40 लाख हो गया। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, तीसरी लहर में सक्रिय मामले आठ लाख तक जा सकते हैं जिनमें से 10 प्रतिशत बच्चे होंगे। तीसरी लहर आने पर राज्य में क्या-क्या संभावित परिदृश्य हो सकते हैं, अधिकारियों ने प्रजेंटेशन के जरिए इसके बारे में भी बताया।
नियमों का पालन नहीं किया तो बड़ी होगी तीसरी लहर- टास्क फोर्स सदस्य
टास्क फोर्स के सदस्य डॉ राहुल पंडित ने कहा, "तीसरी लहर को कैसे सीमित करना है, ये हमारे हाथों में है। हमें भीड़भाड़ से बचना होगा और डबल मास्क लगाने होंगे। अगर हम बुनियादों नियमों का पालन नहीं करते तो तीसरी लहर बड़ी होगी।"
मुख्यमंत्री ने कहा- तीसरी लहर से बचने के लिए वैक्सीनेशन तेज करने की जरूरत
बैठक में मुख्यमंत्री ने तीसरी लहर से बचने के लिए वैक्सीनेशन तेज करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि जब महामारी की पहली लहर आई थी तब राज्य के पास बुनियादी सुविधाएं भी नहीं थीं, लेकिन सरकार ने इन्हें धीरे-धीरे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि देश को अगस्त-सितंबर तक वैक्सीन की 42 करोड़ खुराकें मिल रही होंगी और इससे राज्य को भी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग को भी भूलना नहीं है और RT-PCR टेस्ट भी बढ़ाने होंगे।
महाराष्ट्र में क्या है कोरोना वायरस महामारी की स्थिति?
दूसरी लहर के चरम के समय लगभग 68,000 दैनिक मामले देखने वाले महाराष्ट्र में पिछले एक महीने में स्थिति काफी सुधरी है और दैनिक मामले 10,000 के आसपास आ गए हैं। बीते दिन राज्य में 10,107 नए कोरोना मामले सामने आए और 237 मरीजों की मौत हुई। राज्य में अभी तक कुल 59,34,880 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 1,15,390 मौतें हुई हैं। मामले कम होने के बाद राज्य में पांच चरणों में लॉकडाउन हटाया जा रहा है।
क्या है 'डेल्टा प्लस' वेरिएंट?
सबसे पहले भारत में मिले कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट (B.1.617.2) में अब एक और म्यूटेशन हुआ है। इस म्यूटेशन के साथ इसे 'डेल्टा प्लस' या 'AY.1' वेरिएंट के नाम से जाना जा रहा है। डेल्टा वेरिएंट की स्पाइक प्रोटीन में K417N म्यूटेशन होने के बाद यह डेल्टा प्लस वेरिएंट बना है। यह वेरिएंट अभी तक भारत समेत 10 देशों में पाया जा चुका है। यह एंटीबॉडी कॉकटेल से मिली सुरक्षा को चकमा देने में भी कामयाब हो रहा है।