
भारत-पाकिस्तान तनाव की फर्जी और गुप्त खबरों के प्रसारण पर रक्षा मंत्रालय ने निर्देश जारी किए
क्या है खबर?
'ऑपरेशन सिंदूर' से बौखलाए पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के कई इलाकों में हवाई हमले की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सेनाओं ने असफल कर दिया।
इस दौरान टीवी चैनल और सोशल मीडिया पर काफी फर्जी खबरें सामने आती रही, जिसने लोगों के बीच घबराहट पैदा की और भारतीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की।
इसे देखते हुए शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय ने मीडिया चैनलों के लिए निर्देश जारी किए हैं और दिशा-निर्देश पत्र साझा किया है।
निर्देश
रक्षा मंत्रालय ने मीडिया से क्या कहा?
मंत्रालय ने एक्स पर लिखा, 'सभी मीडिया चैनलों, डिजिटल प्लेटफॉर्म और व्यक्तियों को रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की आवाजाही की लाइव कवरेज या वास्तविक रिपोर्टिंग से बचने की सलाह दी जाती है। ऐसी संवेदनशील या स्रोत-आधारित जानकारी का खुलासा परिचालन प्रभावशीलता को और जान को खतरे में डाल सकता है।'
मंत्रालय ने कारगिल युद्ध, 26/11 मुंबई हमला और कंधार अपहरण के समय हुई रिपोर्टिंग से सबक लेने को कहा है, जिसने सुरक्षा अभियान बाधित किया था।
बयान
जिम्मेदारी से काम करने की सलाह
मंत्रालय ने लिखा, 'कारगिल युद्ध, 26/11 हमले और कंधार अपहरण जैसी पिछली घटनाएं समय से पहले रिपोर्टिंग के जोखिमों को रेखांकित करती हैं। केबल टेलीविजन नेटवर्क (संशोधन) नियम, 2021 के खंड 6(1)(पी) के अनुसार, आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान केवल नामित अधिकारियों द्वारा आवधिक ब्रीफिंग की अनुमति है। सबसे आग्रह है कि वे राष्ट्र की सेवा में उच्चतम मानकों को बनाते हुए कवरेज में सतर्कता, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी बरतें।'
मंत्रालय ने पहले भी ऐसा दिशा-निर्देश साझा किया था।