
हैदराबाद नगर निगम चुनाव में भाजपा ने उतारे तमाम स्टार प्रचारक, ओवैसी बोले- बस ट्रंप बाकी
क्या है खबर?
हैदराबाद नगर निगम के चुनाव इस बार राष्ट्रीय सुर्खियों में हैं और इसकी एक वजह भाजपा का इन चुनावों में पूरी ताकत झोंक देना है। देश की सत्ता पर काबिज भाजपा ने नगर निगम स्तर के इस चुनाव में गृह मंत्री अमित शाह से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक अपने तमाम स्टार प्रचारकों को उतार दिया है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इसके लिए भाजपा पर जोरदार हमला भी बोला है।
बड़े चेहरे
भाजपा ने प्रचार में किस-किस को उतारा?
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनावों के प्रचार के लिए भाजपा अब तक अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, योगी आदित्यनाथ और यूथ विंग के नए-नवेले अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या को मैदान में उतार चुकी है। वहीं अमित शाह आज शहर पहुंच रहे हैं।
इन स्टार प्रचारकों का साथ देने के लिए पार्टी के पास संगठन में भूपेंद्र यादव जैसे नाम भी हैं जो बिहार में पार्टी को चुनाव जिता चुके हैं।
आलोचना
ओवैसी बोले- भाजपा के लिए केवल ट्रंप को बुलाना बाकी
भाजपा के स्टार प्रचारकों की इस लंबी सूची को देखते हुए ओवैसी ने पिछले गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भाजपा का प्रचार करने की चुनौती दी थी।
अब शनिवार को एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि ये हैदराबाद का चुनाव नहीं हो रहा, बल्कि हम नरेंद्र मोदी की जगह दूसरा प्रधानमंत्री चुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए अब बस डोनाल्ड ट्रंप को बुलाना बाकी रह गया है।
कारण
चुनाव को इतनी अहमियत क्यों दे रही भाजपा?
तेलंगाना और उससे पहले संयुक्त आंध्र प्रदेश के स्थानीय नगर निगम चुनावों को पहले कभी भी इतनी अहमियत नहीं मिली है और भाजपा भी पहली बार यहां इतना जोर लगा रही है।
इसके कई कारण है और इनमें से एक बड़ा कारण वैचारिक है। दरअसल, भाजपा हैदराबाद को उसकी मु्स्लिम पहचान और ओवैसी परिवार से जोड़ कर देखती है और यहां पर जीत दर्ज कर वह ओवैसी और AIMIM के उसके घर में ही पर कतरना चाहती है।
रणनीति
ओवैसी के बढ़ते कदमों को रोकना चाहती है भाजपा
भाजपा का मानना है कि ओवैसी को उनके ही गढ़ हैदराबाद में घेर कर वह उत्तर प्रदेश और बिहार समेत अन्य बड़े राज्यों में उनके बढ़ते कदमों को रोक सकती है। इसी कारण उसने योगी और तेजस्वी सूर्या जैसे नामों को प्रचार में लगाया है जो भड़काऊ बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं।
अभी तक के प्रचार में जहां सूर्या ओवैसी को जिन्ना का नया अवतार बता चुके हैं, वहीं योगी हैदराबाद का नाम बदलने की बात कह चुके हैं।
अन्य कारण
दक्षिणी राज्यों में प्रभुत्व बढ़ाने की रणनीति के तहत भी ताकत झोंक रही भाजपा
इसके अलावा भाजपा के इतना जोर लगाने के पीछे एक अहम कारण दक्षिणी राज्यों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की उसकी महत्वाकांक्षा भी है। इन राज्यों में कर्नाटक को छोड़ अन्य किसी जगह उसका खास प्रभाव नहीं है और वह तेलंगाना को अपने अगले संभावित लक्ष्य के तौर पर देखती है।
हालिया समय में यहां उसकी उपस्थिति बढ़ी भी है और अभी नगर निगम चुनाव में वह तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) और AIMIM के साथ एक मुख्य दावेदार है।
डाटा
1 दिसंबर को होनी है 150 सीटों पर वोटिंग
ग्रेटर कैलाश की 150 नगर निगम सीटों पर 1 दिसंबर को मतदान होना है। अभी इनमें से 99 सीटें TRS और 44 सीटें AIMIM के पास हैं। भाजपा के पास अभी मात्र चार सीटें हैं और उसे इस बार 25-50 सीटें जीतने की उम्मीद है।