मथुरा: CMO कार्यालय की बड़ी लापरवाही, नर्सिंग छात्रावास में क्लोरीन गैस लीक; कई छात्राएं बेहोश
उत्तर प्रदेश के मथुरा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) के कार्यालय में लापरवाही से बड़ा हादसा हो गया। यहां शुक्रवार को नर्सिंग छात्रावास के पास रखे एक सिलेंडर से क्लोरीन गैस लीक होने लगी। इसके कारण यहां कम से कम 10 नर्सिंग छात्राएं बेहाश हो गईं, जिन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गैस लीक की सूचना पाकर मौके पर दमकल विभाग की 2 गाड़ियां पहुंच चुकी हैं।
पंप हाउस में रखे सिलेंडर से हुई गैस लीक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 20 साल पहले CMO कार्यालय के पास स्थित पंप हाउस से अस्पताल और नर्सिंग छात्रावास को पानी की सप्लाई होती थी। अस्पताल में पंप हाउस बना तो यहां से पानी की सप्लाई बंद हो गई और तभी से पंप हाउस बंद पड़ा है। हालांकि, इस पंप हाउस में 100-100 किलोग्राम क्लोरीन गैस से भरे 2 सिलेंडर रखे हुए थे, जिनमें से एक से शुक्रवार को अचानक गैस लीक होनी शुरू हो गई।
CMO ने मामले में क्या कहा?
मामले में जिला अस्पताल के CMO डॉ अजय कुमार वर्मा ने लापरवाही के आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा, "कल भी हमें एक अजीब-सी गंध महसूस हुई। तब भी दमकलर्मियों को बुलाया गया था। उन्होंने हर चीज का निरीक्षण किया और स्थिति को नियंत्रित कर लिया था।" उन्होंने कहा, "आज सुबह 11 बजे फिर से अचानक गंध आने लगी। दमकलर्मियों ने गैस लीक की समस्या का पता लगाया और अब स्थिति नियंत्रण में है।"
सभी नर्सिंग छात्राओं की हालत स्थिर- CMO
CMO वर्मा ने बताया कि पंप हाउस के पास नर्सिंग छात्रावास है, जिसमें 50 छात्राएं रहती हैं। उनमें से कुछ छात्राओं को गैस लीक के कारण सांस लेने में दिक्कत के कारण उल्टी होने लगी थी, लेकिन अब सभी की हालत स्थिर है। उन्होंने कहा, "ये पंप हाउस काफी समय से बंद था और वहां क्लोरीन के सिलेंडर रखे हुए थे। इन्हें खाली होना चाहिए था और मामले में विभागीय कनिष्ठ अभियंता को जानकारी दे दी गई है।"
मामले में छात्राओं ने क्या कहा?
समाचार एजेंसी ANI को एक नर्सिंग छात्रा ने बताया कि कल से गैस लीक की समस्या थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि आज ज्यादा गैस लीक होने से सभी बीमार पड़ गए, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया।
दमकल विभाग के अधिकारियों ने क्या कहा?
मामले में दमकल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कल शाम को भी गैस लीक की सूचना मिली थी, लेकिन तब टीम ने पानी का छिड़काव करते हुए समस्या पर काबू पा लिया है। उन्होंने कहा, "आज सुबह अधिक तेजी से गैस लीक होने से यहां सांस लेना मुश्किल हो गया था और हम लोगों ने स्रोत का पता लगाया और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद क्लोरीन गैस सिलेंडर को ढूंढकर रिसाव को बंद कर दिया।"