अंडमान और निकोबार: पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर श्री विजयपुरम किया गया
अंडमान और निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का नाम बदल दिया गया है। अब इसे श्री विजयपुरम के नाम से जाना जाएगा। केंद्र सरकार ने यह फैसला शुक्रवार को लिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने पोर्ट ब्लेयर नाम को गुलामी का प्रतीक बताया। बता दें, भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने 2002 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डे का नाम बदलकर वीर सावरकर किया था।
अमित शाह ने क्या कहा?
अमित शाह ने एक्स पर लिखा, 'देश को गुलामी के सभी प्रतीकों से मुक्ति दिलाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संकल्प से प्रेरित होकर आज गृह मंत्रालय ने पोर्ट ब्लेयर का नाम श्री विजयपुरम करने का निर्णय लिया है। श्री विजयपुरम नाम हमारे स्वाधीनता के संघर्ष और इसमें अंडमान और निकोबार के योगदान को दर्शाता है। इस द्वीप का हमारे देश की स्वाधीनता और इतिहास में अद्वितीय स्थान रहा है।'
क्या लिखा अमित शाह ने?
पोर्ट ब्लेयर का क्या है ऐतिहासिक महत्व?
ब्रिटिश शासन काल के समय अंडमान निकोबार द्वीप समूह को एक दंडात्मक स्थान के रूप में पहचान मिली थी। पोर्ट ब्लेयर में सेल्यूलर जेल बनाई गई थी, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को रखा जाता था। इसे काला पानी के नाम से जानते थे। 2018 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंडमान-निकोबार पहुंचे, तब उन्होंने यहां के 3 द्वीपों का नाम बदलाकर हैवलॉक द्वीप को स्वराज द्वीप, नील को शहीद द्वीप और रॉस को नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप नाम दिया था।