असम में बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित, उत्तर प्रदेश में भी बढ़ रहा नदियों का जलस्तर
असम के 17 जिलों में आई बाढ़ से लगभग चार लाख लोग प्रभावित हुए हैं। खतरे के निशान से ऊपर बह रही कई नदियां स्थिति को और खराब कर रही है। राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि बारिश और बाढ़ की वजह से गोलाघाट, धेमाजी और कामरूप में तीन लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार तक 11 जिलों में आई बाढ़ गुरुवार को छह और जिलों में फैल गई।
ये जिले बाढ़ से प्रभावित
लगातार हो रही बारिश की वजह से बाढ़ से प्रभावित होने वाले जिलों ने नाम धेमाजी, लखीमपुर, बिश्वानाथ, नालबाड़ी, चिरांग, गोलाघाट, मजुली, बारपेटा, झोरहाट, डिब्रूगढ़, नागांव, मोरीगांव, कोकराझार, बोंगेगांव, बाक्सा और सोनितपुर है। इनमें से सर्वाधिक प्रभावित बारपेटा जिला है, जहां बाढ़ की वजह से 85,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद धेमाजी में 80,000 लोग प्रभावित हुए हैं। लगभग 749 गांव पानी में डूब गए हैं। इनमें से लगभग 2,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
खतरे के निशान से ऊपर बह रही ये नदियां
बाढ़ का असर काजीरंगा नेशनल पार्क में भी देखे को मिला है। पार्क में पानी घुसने से जानवरों को उनके लिए बनाए गए चबूतरों पर शरण लेनी पड़ी है। अधिकारियों ने बताया कि ब्रह्मपुत्र नदी झोरहाट और सोनितपुर में, धानसिरी नदी गोलाघाट, जिया भरली नदी सोनितपुर और पुथीमरी नदी कामरूप और बेकी नदी बारपेटा में खतरे के निशान के ऊपर से बह रही है। राहत की बात है कि अगले दो सप्ताह में औसत से कम बारिश का अनुमान है।
घरों में घुसा बाढ़ का पानी
मुख्यमंत्री ने की जिलाधिकारियों के साथ बैठक
बाढ़ प्रभावित जिलों के डिप्टी कमिश्नर के साथ बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री सर्बनंदा सोनोवाल ने अधिकारियों को पूरी तरह अलर्ट और हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। साथ ही उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए लगाए गए राहत कैंपो, राहत सामग्री के आवंटन और पशुओं की सुरक्षा के लिए अपनाए जा रहे तरीकों का भी रिव्यू किया। उन्होंने लोगों के लिए उचित मेडिकल व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश में बढ़ रहा है नदियों का जलस्तर
भारी बारिश के कारण केवल असम ही मुसीबत नहीं झेल रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण उत्तर प्रदेश में नदियों में भी जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। गुरुवार को आई केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और गाजीपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। वहीं गोमती सीतापुर, सुल्तानपुर और जौनपुर में खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही है। मौसम विभाग ने आने वाले घंटों में बारिश का अनुमान भी जताया है।